भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। इन दिनों हम सब अपनी हेल्थ को लेकर कॉन्शियस हो रहे हैं। ये जरुरी भी है क्योंकि समय और उम्र के साथ बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक होना जरुरी है। इसके लिए अपनी डाइट ठीक करना और व्यायाम सबसे महत्वपूर्ण है। हम क्या खाते हैं इसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। इसीलिए एक्सपर्टस की सलाह पर हम कुछ चीजें अपनी डाइट से हटा देते हैं और कुछ जोड़ लेते हैं। इनमें चावल एक ऐसी चीज हो, जो कई बार थाली से गायब हो जाता है। लेकिन आप अगर चावल के शौकीन हैं तो ब्राइन राइस (brown rice) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
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ब्राउन राइस और कुछ नहीं बल्कि सफेद चावल का बिना रिफाइंड किया हुआ प्राकृतिक रूप ही है। इसका रंग भूरा होता है जिस कारण इसे ब्राउन राइस कहा जात है। ये पकने में व्हाइट राइस के मुकाबले अधिक समय लेता है और स्वाद में भी थोड़ा अंतर होता है। लेकिन पोषण के मामले में ये सफेद चावल से कहीं बेहतर है। चूंकि ये किसी रिफाइन या पॉलिश प्रक्रिया से नहीं गुजरता और सिर्फ धान के छिलके उतारे जाते हैं इसलिए ये अधिक प्राकृतिक है। ये फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है।
अगर आप ब्राउन राइस खाते हैं तो न सिर्फ ये आपका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है बल्कि डायबिटीज और कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मदद करता है। प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम व फास्फोरस जैसे मिनरल होने के कारण ये त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है। ये हड्डियों को मजबूत करता है और अगर आप बढ़ते वजन से परेशान है तो इसके लिए भी सहायक है। सफेद चावलों की जगह ब्राउन राइस खाइये और कुछ ही समय में आपके बढ़ते वजन पर ब्रेक लग जाएगा। हालांकि इसमें फाइटिक एसिड नामक एंटी न्यूट्रिएंट तत्व बहुत ज्यादा होता है जिस कारण ब्राउन राइस को पचाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसका असर कम करने के लिए चावल पकाने से पहले इन्हें गरम पानी में भिगोने को कहा जाता है। हम आपको सलाह देंगे कि अगर आप भी अपनी डाइट में ब्राउन राइस शामिल करना चाहते हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से मशविरा जरुर कर ले।