Ramchandra Poudel नेपाल के नए राष्ट्रपति चुने गए, सुभाष चंद्र नेमबांग को दी चुनावी मात

नेपाल के चुनाव आयुक्त के हवाले से बताया कि राम चंद्र पौडेल नेपाल के राष्ट्रपति चुने गए। बता दें कि नेपाली कांग्रेस के राम चंद्र पौडेल और सीपीएन-यूएमएल के सुभाष चंद्र नेमबांग राष्ट्रपति पद के लिए एक-दूसरे के आमने-सामने थे।

Ramchandra Poudel : राम चंद्र पौडेल गुरुवार को नेपाल के राष्ट्रपति चुने गए। बता दें कि नेपाली कांग्रेस के राम चंद्र पौडेल और सीपीएन-यूएमएल के सुभाष चंद्र नेमबांग राष्ट्रपति पद के लिए एक-दूसरे के आमने-सामने थे। ऐसे में राम चंद्र पौडेल को 33,802 वोट मिले। पौडेल बिद्या देवी भंडारी का स्थान लेंगे। पौडेल इसके पहले नेपाल की संसद के स्पीकर भी रह चुके हैं। इससे 28 फरवरी को नेपाल की सत्ता से बाहर किए गए चीनी समर्थक केपी ओली की पार्टी (CPN-UML) को एक और झटका लगा है।

Ramchandra Poudel नेपाल के नए राष्ट्रपति चुने गए, सुभाष चंद्र नेमबांग को दी चुनावी मात

सुभाष चंद्र नेमबांग को मिले 15,518 वोट

नेपाल के चुनाव आयुक्त के हवाले से बताया कि राम चंद्र पौडेल नेपाल के राष्ट्रपति चुने गए। राम चंद्र पौडेल ने 33,802 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुभाष चंद्र नेमबांग को 15,518 वोट मिले। मतदान आज सुबह स्थानीय समय के अनुसार, 10 बजे शुरू हुआ, जो अपराह्न 3 बजे तक चला। मालूम हो कि मौजूदा राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का कार्यकाल 12 मार्च को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान काठमांडू के न्यू बनेश्वर में नेपाल के संसद भवन में हुआ। हिमालयी राष्ट्र में चुनाव आयोग ने हॉल में संघीय सांसदों और प्रांतीय विधानसभा सदस्यों के लिए दो अलग-अलग मतदान केंद्र स्थापित किए थे।

रामचंद्र पौडेल को मिला 8 पार्टियों का समर्थन
नेपाल कांग्रेस के उम्मीदवार रामचंद्र पौडेल का राष्ट्रपति बनना पहले ही तय माना जा रहा था। उन्हें प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की पार्टी सहित 8 पार्टियों का समर्थन हासिल था। वहीं CPN-UML के उम्मीदवार सुभाष चंद्र नेमबांग को अपनी पार्टी के अलावा निर्दलीय सदस्यों ने भी उनका समर्थन किया। दूसरी तरफ राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) ने बुधवार को किसी भी उम्मीदवार को समर्थन नहीं देने का फैसला किया था।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए 884 सदस्यों ने डाले वोट

नेपाल के इलेक्टोरल कॉलेज में 884 मेंबर्स हैं। इनमें से 275 सदस्य प्रतिनिधि सभा के थे, जबकि 59 सदस्य नेशनल असेंबली के रहे। इनके अलावा देशभर की विधानसभा से 550 सदस्य भी इलेक्टोरल कॉलेज का हिस्सा रहे। चुनाव में एक सांसद के वोट का वेटेज 79 था जबकि एक विधायक के वोट का वेटेज 48 था। इसका मतलब राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 52,786 वोट डाले गए।