जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। दिल से जुडी समस्या इस आधुनिक युग में बहुत ही आम हो गयी है। पहले इसे अधिक उम्र वालों के रोगों में गिना जाता था। लेकिन तनाव, जीवनशैली में अनियमितता, खान पान में समय का पाबंद न होना ऐसे बहुत से कारक हैं जो युवाओं पर भी प्रभाव डाल रहे हैं। दिल की बीमारी के कई कारण है उसमे सबसे बड़ा कारण खराब आदतें और अस्वस्थ जीवन शैली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर आप अपने दिल को स्वस्थ्य रख सकते हैं।
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जिस प्रकार हमारी बॉडी में 70 और 30 के रेश्यो में पानी है, ठीक उसी प्रकार आप अपने आहार में लिक्विड डाइट को भी शामिल कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपको केवल पानी पिलाने का नहीं है। बल्कि हम चाहते हैं कि आप जूस को भी अपने डाइट में शामिल करें। क्योंकि ऐसा देखा गया है कि कई लोगों को केवल पानी पीने में काफी दिक्कत होती है। लिक्विड हमारे ब्लड का सर्कुलेशन बनाये रखने में मदद करती है और खून को पतला रखता है।
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दिल में हार्ट अटैक तब आता है जब ब्लॉकेज होती है, ब्लॉकेज तब होती है जब खून हमारा मोटा होना चालू हो जाता है। लिक्विड को अपने आहार में शामिल करें। यह हमारे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है और भविष्य में होने वाली दिल की बीमारी से भी बचाता है। यदि आपको डायबिटीज या शरीर में कोलेस्ट्रोल की ज्यादा मात्रा है तो आपको ह्रदय की समस्या हो सकती है।
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यदि आप पानी वाले फल, सब्जियां खा रहे हैं तो यह आपको उच्च फाइबर प्रदान करता है साथ ही आपको हाइड्रेट रखता है। सीजनल चीजें खाएं, बेमौसम की चीजों को खाना बंद करें। जैसे कि अभी गर्मी है तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, लौकी, भिंडी जैसे ताज़ी सब्जियां और फल खाएं और खुद को हाइड्रेट रखें। बेमौसम की चीज का सीधा मतलब प्रिज़र्वेटिव खाद्य पदार्थों से है जोकि शरीर के लिए अति हानिकारक है जिसमे शामिल हैं: मटर के दाने (क्योंकि यह ठंडी में मिलता है), पिज़्ज़ा के ऊपर डाली जाने वाली सब्जियां, मॉल में मिलने वाली सब्जियां।
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वहीँ बात करे पैक्ड फ़ूड की तो उसमे फ्रुक्टोस नाम का केमिकल अधिक होता है इसलिए उसे जितना ज्यादा हो सके अवॉयड करें। अब यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि पैक्ड और प्रेज़रवेटिव प्रोडक्ट दो अलग अलग चीजें हैं। जैसे की नामी कंपनी का टेट्रा पैक दूध, लस्सी, श्रीखंड और विभिन्न टाइप्स के स्नैक्स। ये दोनों ही अलग अलग काटेगोरी में आते हैं। कुल मिलाकर जितना हो सके ताजा खाइये, लिक्विड को आहार में शामिल करें, रत को ऐसा खाएं जो बिस्तर पर जाने के पहले पांच जाये, खूब पानी पीजिये और खुद को हाइड्रेट रखिये।