उम्र 13 साल, सालाना पैकेज 18 लाख, लग्जरी सुविधाएं, पुलिस के हत्थे चढ़े नाबालिग ने किया खुलासा, सुनकर सबके होश उड़े

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MP Minor Thief Gang : मध्यप्रदेश के नाबालिग इन दिनों दूसरे राज्यों में काम में जुटे है, काम भी ऐसा कि भले ही उम्र कम हो, नाबालिग हो लेकिन पैकेज लाखों में, यानि सालाना 18 लाख या उससे भी ज्यादा, सफर भी मामूली कार या ट्रेन में नहीं बल्कि सिर्फ लग्जरी गाड़ी या फिर हवाई सफर, वही ब्रांडेड कपड़े, मेकअप तक का समान कंपनी ही देती है। यह सब पढ़कर आप भी सोच रहे होंगे कि इतनी कम उम्र में इतना हाई पैकेज और तमाम लग्जरी सुविधाएं, तो आखिर जॉब क्या है, हम आपको बताते है कि इन तमाम सुविधायों के बदलें में यह नाबालिग जो काम करते है उसे सुनकर आप हैरान रह जायेगे, यह चोर है, शादी समारोह में यह गहने और पैसों से भरे बैग को पलक छपकते ही पार कर देते है। मध्यप्रदेश की यह बच्चा चोर गैंग इन दिनों देश के कई राज्यों में सालाना इस पैकेज पर काम कर रही है इनके माँ पिता इन्हे अन्य राज्यों के गिरोह को सालाना पैकेज के बदले में सौंप देते है बदले में यह गिरोह इन बच्चों को लग्जरी सुविधा देकर इनसे चोरी करवाता है और पैसे इनके माँ बाप को देता है।

पकड़े गए नाबालिग ने किया होश उड़ाने वाला खुलासा 

इस पूरे मामलें का खुलासा दरअसल पकड़े गए नाबालिग ने किया जिसे बूंदी के एक मैरिज गार्डन में चोरी करते पकड़ा गया था। नौ फरवरी को नाबालिग ने एक मैरिज गार्डन में दुल्हन की मां के हाथ पर खुजली का पाउडर डालकर 10 लाख रुपये के गहनों से भरा बैग चुरा लिया था। महिला के चिल्लाने पर लोगों ने उसको दबोच लिया। घटना को अंजाम देने के लिए उसके साथ आए तीन युवक फरार हो गए थे। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो होश उड़ाने वाली जानकारी सामने आई। नाबालिग ने पुलिस पूछताछ में बताया की वह सिर्फ तीसरी क्लास तक पढ़ा है। आरोपी मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के गुल खेड़ी गांव का रहने वाला है। उसके माता पिता ने 4 साल पहले उसे इस गैंग को सौंप दिया था, जिसके बाद वह वारदातों को अंजाम देता था, नाबालिग 18 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर MP की गैंग में काम करता है। यह गैंग शादी समारोह से गहनों और रुपये से भरे बैग चोरी करता है। शादी समारोह में ब्रांडेड कपड़े पहनकर यह बच्चे जाते थे, इन्हे बाकायदा हाई क्लास में खाना खाने, चलने, बात करने की ट्रैनिंग दी जाती थी। गैंग के यह सदस्य बच्चे शादी समारोह से 20 से 50 लाख तक के गहने पार कर चुके है। वही कैश भी चुराया है। हर बार नये कपड़े पहनकर वारदात को अंजाम देने वाले यह बच्चे हाई प्रोफाइल परिवारों के बच्चों की तरह ही व्यवहार करते है।

एक गैंग में आठ से 10 मेंबर

एक गैंग में आठ से 10 मेंबर होते हैं। इनमें बच्चे ज्यादातर होते हैं। गैंग के मेंबर बच्चों को देशभर में लग्जरी कार, ट्रेन और हवाई सफर तक करवाते हैं, इन बच्चों को शार्प ट्रैनिंग दी जाती है।  इसके साथ ही उनको वारदात के नए तरीके सिखाए जाते हैं। शादी समारोह में ले जाकर चोरी करने के तरीके बताए जाते हैं। ये गैंग मध्यप्रदेश बॉर्डर से सटे राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा वारदात करती है। पुलिस के पास रोहतक (हरियाणा), दिल्ली, जयपुर (राजस्थान), जालोर (राजस्थान) और महाराष्ट्र में चोरी की घटनाओं को अंजाम देती थी। इन बच्चों को खुद याद नहीं कि अब तक यह कितनी चोरियों को अंजाम दे चुके है। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है, इन्हे जल्द ही मध्यप्रदेश इनके घर जांच के लिए लाया जाएगा।

 


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Harpreet Kaur

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