बालाघाट, सुनील कोरे। छोटे भाई द्वारा अपने भांजे के साथ मिलकर बड़े भाई की गला घोंटकर हत्या किये जाने के अंधे हत्याकांड मामले का बहेला पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतक के आरोपी छोटे भाई और भांजे को गिरफ्तार किया है।
20 अक्टूबर को बहेला थाना क्षेत्र में हुए अंधे हत्याकांड का खुलासा करते हुए बहेला पुलिस ने बताया कि बहेला नहर पुलिया के पास में मृतक किशोर डहारे का शव मिला था। जिसके गले पर लिगेचर मार्क मिले थे, जिसकी मौत पर शंका होने पर एफएसएल टीम के साथ बारीकी से जांच की गई। मर्ग जांच पर धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान पुलिस अज्ञात आरोपियों की तलाश की तलाश कर रही थी। इसी दौरान मुखविर की सूचना के आधार पर पता चला कि आखिरी बार मृतक अपने भाई और भांजे के साथ मोटर सायकिल में देखा गया था। जिसके बाद संदेह के आधार पर मृतक किशोर के छोटे भाई बाघाटोला निवासी 35 वर्षीय खुमेर और भांजे 22 वर्षीय देवेन्द्र से पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्होंने जुर्म स्वीकार कर लिया।
आरोपी भाई खुमेर ने बताया कि किशोर अक्सर शराब के नशे में घर में गाली गलौज करता था। विगत कुछ दिनों पूर्व किशोर ने उसके साथ मारपीट की थी, जिससे उसका एक हाथ टूट गया था। इससे आक्रोशि होकर उसने भांजे देवेन्द्र के साथ मिलकर किशोर की हत्या करने की योजना बनाई। इस योजना के तहत 19 अक्टूबर को लगभग रात्रि 9-10 बजे किशोर को मोटर सायकिल पर बैठाकर ले गये। जिसके बाद रिसेवाड़ा में शराब दुकान से शराब लेकर बहेला नहर पुलिया के पास किशोर को शराब पिलाई और नशे की हालत में किशोर की रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दिया और लाश को वहीं रखकर, रस्सी को छिपा दिया था। जुर्म स्वीकार करने के बाद बहेला पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या करने प्रयुक्त की गई मोटर सायकिल और रस्सी को बरामद कर लिया है। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद माननीय न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है।
अंधे कत्ल का खुलासा एवं अज्ञात आरोपियों की पतारसी में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में एसडीओपी दुर्गेश आर्मो के नेतृत्व में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अनूप यादव, प्रधान आरक्षक श्रीचंद पांचे धनराज उइके ,महेश सुलाखे, आरक्षक शिवदयाल पटले, चेतन सोनी, संतोष चौहान, नरेश भारती, गोविंद कुमार, विनय, रवि राऊत, अतुल, दिनेश यादव, पुष्पेंद्र रावत का सराहनीय योगदान रहा।