बालाघाट, सुनील कोरे। अपनी कार्यप्रणाली से सुर्खियों में रहने वाले पूर्व विधायक किशोर समरिते एक बार फिर चर्चा में है, बालाघाट जिले में प्रतिवर्ष 1 जनवरी को जिले के कई लोगों का जन्मदिन मनाया जाता है किन्तु इस वर्ष पूर्व विधायक किशोर समरिते ने नगर के एक प्रतिष्ठित हॉटल में श्वान बॉस्को ओर जैक्शन का जन्मदिन मनाया। इस दौरान दोनो श्वानों के लिए दो केक मंगाये गये थे। श्वान बास्को और जैक्शन के जन्मदिन के अवसर पर कई श्वान प्रेमी भी अपने श्वानों को लेकर पहुंचे थे। इसके अलावा अन्य श्वानों को भी लाया गया था।
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लगभग हर जन्मदिन पर बजने वाला प्रतिष्ठित गीत बार-बार दिन ये आये और इसी गीत के साथ श्वान बास्को और जैक्शन का जन्मदिन मनाया गया। जो जिले में चर्चा का विषय है। हालांकि श्वानों के जन्मदिन को लेकर अलग सोच रखने वालों से अपनी सोच जाहिर करते हुए पूर्व विधायक किशोर समरिते ने कहा कि श्वान जैसे वफादारों का उल्लेख प्राचीन हमारे धर्मग्रंथ महाभारत में भी मिलता है। उन्होंने कहा कि वैसे तो हिन्दु धर्म के अनुसार चैत्र को नववर्ष मनाते है लेकिन विदेश सहित देश में एक जनवरी को नववर्ष मनाया जाता है, चूंकि इसी दिन श्वान बॉस्को एवं जैक्शन का भी जन्मदिन है, इसलिए उनका जन्मदिन मना रहे है, उन्होंने कहा कि जब नेशनल पार्क में हाथी और हाथी के बच्चों, शेर का जन्मदिन मनाते है। चूंकि श्वान, भैरव का रूप है और पूरी दुनिया में इंसान के लिए श्वान (कुत्ता) सबसे वफादार प्राणी होता है, महाभारत काल में धर्मराज युधिष्ठिर को स्वग लोग के दरवाजे तक धर्मराज को उनके कुत्ते द्वारा छोड़ा गया था। पूरी दुनिया में अपराधों की जांच करने वाली सभी जांच एजेंसियों कुत्ते का उपयोग करती है, कुत्तो को रोटी खिलाने का विधान है, तब क्यों नहीं इस वफादार प्राणी का जन्मदिन मनाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस माध्यम से दुनिया के पशुप्रेमियों को एक संदेश देने का काम किया है।
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श्वान बास्को और जैक्शन के जन्मदिन पर अपने पालतु श्वान को लेकर पहुंची पूर्व नपाध्यक्ष अनुभा मुंजारे ने कहा कि मवेशियों के प्रति की जा रही क्रुरता के बीच श्वानो के प्रति प्रेम जगाने को लेकर यह एक अच्छा संदेश है। इस आयोजन को अन्यथा न लेकर एक अच्छे संदेश के रूप में लेना चाहिये कि हमें श्वानों की वफादारी को याद करते हुए उनका जन्मदिन मनाना चाहिये। उन्होंने बताया कि वास्तव में उनके कुत्ते का भी आज जन्मदिन है और इसी के चलते श्वानों के मनाये जा रहे जन्मदिन पर वह अपने पालतु श्वान को लेकर यहां पहुंची है।