भिंड, गणेश भारद्वाज। मप्र (MP) के नंबर वन भिंड (Bhind) जिला के सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों का एक सनसनी खेज कारनामा सामने आया है। जहां भिंड जिला अस्पताल (Bhind District Hospital) परिसर स्तिथ पानी के सूखे कुएं में जनता को निशुल्क बांटी जाने वाली दवाएं (medicines) स्टाफ के द्वारा कचरे में फेंक दी गई। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है। जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
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गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में लोग दवाओं के लिए दर-दर भटक रहे हैं। वहीं सरकार के द्वारा प्रदेश के हर जिला अस्पताल में बड़े पैमाने पर जन सामान्य को लेकर विभिन्न बीमारियों से निजात के लिए फ्री में दवाइयां उपलब्ध कराई जाती है। और यह दवाइयां सभी जिला चिकित्सालय और सरकारी डिस्पेंसरी में मरीजों को निशुल्क बाटी जाती है। वैसे दवाइयों के नष्ट किए जाने का एक विधिवत तरीका होता है उस तरीके से एक्सपायरी दवाइयों को खात्मा किया जाता है।लेकिन भिंड जिला अस्पताल से यह जो वीडियो सामने आया है उससे अस्पताल के ऊपर कई सवाल खड़े हो गए हैं। कि आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी जो अस्पताल में दवाइयों को इस तरह कुएं में फेंका गया।
दवाइयां एक्सपायरी थी या इसके पीछे कोई और वजह है। लेकिन प्रथम दृष्टया तो यह मामला अस्पताल की लापरवाही और कर्मचारियों का गड़बड़झाला छुपाने का नजर आता है। आपको बता दें कि भिंड जिला अस्पताल प्रदेश में कायाकल्प योजना में नंबर वन श्रेणी पर आता है। जिसके बाद अस्पताल की इस तरह की हरकत निश्चित तौर पर चौंकाने वाली है। बाहर हाल जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी कि आखिर दवाई इस तरह कुएं में क्यों फेंकी गई और उसका जिम्मेदार कौन है।
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जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल से जन सामान्य को बाटी जाने वाली लाखों की दवा कुएं में फेंक दी गई। जिसका वहां मौजूद एक व्यक्ति ने वीडियो बना लिया। वहीं जब वीडियो वायरल हुआ तो जिले के कलेक्टर हरकत में आए और जांच के आदेश दिए।