MP News : मध्य प्रदेश में 150 से ज्यादा सीटें जीतने के दावों से बहुत दूर केवल 66 पर आकर रुक गई, कांग्रेस अब नए सिरे से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने वाली है, पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व अब युवाओं को आगे लाकर उनके हाथों में कमान सौंप रहा है, जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष, उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाकर पार्टी ने सन्देश दे दिया है कि अब युवा मप्र को आगे लेकर चलेंगे, हालाँकि पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को लेकर कुछ नहीं कहा कि लेकिन बहुत से सीनियर नेता अपनी हार से हताश हो गए , उनको इतना गहरा आघात लगा है कि उन्होंने जीवन में कभी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया।
जी आपने सही पढ़ा, मध्य प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता, लगातार सात बार के विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने जीवन में कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया, आज उन्होंने अपनी विधानसभा लहार में आयोजित आभार सभा में 33 साल तक उन्हें विधायक बनाने के लिए जनता को धन्यवाद दिया।
सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की
मंच पर भाषण देते समय भावुक हुए डॉ गोविंद सिंह ने कहा – अब हम ना नेता प्रतिपक्ष हैं और ना भूतपूर्व विधायक हैं, अब हम आपके लिए 1990 से पहले की तरह केवल डॉ गोविंद सिंह हैं, हमें अब इस जीवन में कभी विधायक का चुनाव नहीं लड़ना है, आप लोग जिस चेहरे को निकालोगे जिस चेहरे पर विश्वास करोगे हम भी उसके लिए काम करेंगे।
फिर उठाया ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने इस दौरान ईवीएम फ़र्ज़ीवाडे का मुद्दा भी उठाया, उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले EVM मशीनों में गड़बड़ी करने वाले कुछ लोग मिले थे जिन्होंने डेमो दिखाया था कि किस तरह भाजपा और कांग्रेस के वोट मशीन पर गड़बड़ किए जा सकते हैं? उनका प्रमाण देखकर सब चौंक गए थे।
जितनी सीटें अमित शाह ने कहीं उसके आसपास ही आई
इस बार के परिणाम देखाकर पक्का यकीन हो गया कि चुनाव नतीजों को प्रभावित करने के लिए ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की जा सकती है, डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि जनता से लेकर अधिकारी तक कह रहे थे कि कांग्रेस आएगी , सर्वे, मीडिया सब जगह कांग्रेस की सरकार बनने की बात थी लेकिन हुआ वही हो अमित शाह ने कहा था, अमित शाह में 160 से ज्यादा सीटें भाजपा के जीतने का दावा किया था और नतीजा आपके सामने हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जबसे मोदी सत्ता में ए हैं तब से ये गड़बड़ियाँ शुरू हो गई हैं।