रवि नाथानी, भोपाल। राजधानी भोपाल के राजाभोज विमानतल पर उस समय हचलच बढ़ गई जब लोगों ने देखा कि वहां अचानक सुरक्षाकर्मी पहुंच गए हैं और सघन जांच की जा रही है। यात्रियों को इस बात का अंदेशा हुआ कि कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं। लेकिन ये दरअसल सुरक्षा व्यवस्था को जांचने परखने के लिए सालाना बम थ्रेड मॉक ड्रील थी। इस ड्रील में सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
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बता दें कि ये मॉक ड्रील हर साल की जाता है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को जांच और परखा जा सके। आज बम थ्रेट मॉक अभ्यास को भोपाल हवाई अड्डे पर 11:13 बजे से 12:50 बजे तक आयोजित किया गया था। बीटीएमई में सभी हितधारकों और बीटीएमई के सदस्यों ने हिस्सा लेकर अपनी दक्षता साबित की। यहां नकली बम रखकर स्कॉड द्वारा उसे नष्ट किया गया। इस अभ्यास में एसओपी हुआ और इसके बाद लगभग 12:50 बजे अभ्यास को बंद कर दिया गया था और उसके बाद डी-ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया था। इस ड्रील में अमृत मिंज, हवाई अड्डा निदेशक, विक्रम सिंह, उप निदेशक बीसीएएस, श्रीमान सिंह डिप्टी कमांडेंट, सीआईएसएफ, महेंद्र प्रताप सहायक, निदेशक बीसीएएस, श्रीरामजी अवस्थी, डीजीएम (ई-ई) / प्रभारी संचालन और अन्य अधिकारी उपस्थित थे और बीटीएमई के सफल समापन के लिए योगदान दिया।
बता दें कि मॉक ड्रिल या नकली अभ्यास के दौरान किसी भी आपात संकट से निपटने की तैयारी को जांचा जाता है। भविष्य में कहीं कोई ऐसी घटना हो जिसपर तुरंत एक्शन लेना हो तो उस दौरान क्या किया जाएगा, इसका अभ्यास किया जाता है। एयरपोर्ट पर अक्सर ही बम की अफवाह या फिर किसी तरह के हादसे के दौरान क्या किया जाए, इसे लेकर इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।