भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नए साल 2022 में प्रदेश की शिवराज सरकार (MP Shivraj Government) आयुष विभाग को लेकर आए दिन बड़े फैसले ले रही है।अब स्वास्थ्य सेवाओं को दुरस्थ करने को लेकर मध्य प्रदेश में 75 आयुष ग्राम विकसित किए गए है और आयुष ग्राम की जनसंख्या का स्वास्थ्य पत्रक तैयार किया गया है।इसके तहत आयुष चिकित्सकों के दल द्वारा रिकॉर्ड का डाटाबेस सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके विश्लेषण के आधार पर ग्राम की स्वास्थ्य स्तर की रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य संबंधी भविष्य की कार्य-योजना बनाई गई है।
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दरअसल, आयुष विभाग द्वारा मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 75 ग्रामों में आयुष ग्राम की स्थापना की गई है। इन ग्रामों में आयुष चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से ग्रामीणजन के स्वास्थ्य को उत्तम बनाये रखा जा रहा है। प्रत्येक आयुष ग्राम की जनसंख्या का स्वास्थ्य पत्रक तैयार किया गया है। आयुष चिकित्सकों के दल द्वारा इन ग्रामों में 37 हजार परिवारों के एक लाख 60 हजार व्यक्तियों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण कर रिकॉर्ड का डाटाबेस सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
इतना ही नहीं इसके विश्लेषण के आधार पर ग्राम की स्वास्थ्य स्तर की रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य संबंधी भविष्य की कार्य-योजना बनाई गई है। आयुष ग्राम योजना का मकसद चयनित ग्राम को कुपोषण, रक्तचाप एवं मलेरिया मुक्त बनाना भी है। चयनित आयुष ग्रामों में ग्रामीणों को गर्भवती महिलाओं एवं शिशु देखभाल संबंधी जागरूकता प्रदान की जा रही है।
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बता दे कि हाल ही में मध्य प्रदेश के 13 जिलों में आयुष विभाग (ayush department mp) ने पंचकर्म चिकित्सा केन्द्रों के निर्माण कार्य का दायित्व मप्र हाउसिंग बोर्ड को सौपा गया है, जिसमें 13 जिलों में 455 करोड़ की राशि निर्माण कार्य पर व्यय की जायेगी। इन 13 जिलों में भिण्ड, अलीराजपुर, आगर-मालवा, रीवा, अनूपपुर, बैतूल, भोपाल, धार, बुरहानपुर, मुरैना, उज्जैन, सिंगरौली एवं खण्डवा जिलों में निर्माण कार्य किये जायेंगे।