कूनो से होगी चीतों की शिफ्टिंग, 2 चीतों की मौत के बाद बाकियों को किया जाएगा गांधी सागर अभयारण्य में शिफ्ट

Madhya Pradesh Leopard : मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दो चीतों की मौत ने चिंता बढ़ा दी है, जानकारों की माने तो अब बचे हुए बाकी के चीतों को दूसरे अभयारण्य में शिफ्टिंग की तैयारी में सरकार जुट गई है। दरअसल पीसीसीएफ जेएस चौहान ने केंद्रीय वन मंत्रालय और टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को पत्र लिखकर बताया है कि इसमें चीतों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हाल ही में मादा चीता ने शावकों को जन्म दिया है और जल्द ही एक और मादा चीता शावक दे सकती है, जिसके बाद लिहाजा इनके कुनबे में होने वाली बढ़ोतरी जगह के हिसाब से इनके लिए ख़तरा बना सकती है, चीता एक्शन प्लान के मुताबिक प्लान पर अमल करने की जरूरत है। हालांकि इस बात के कयास लगाए जा रहे है कि दो चीतों की मौत के बाद बाकी के बचे चीतों को शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन विभाग ने इन कयासों पर विराम लगा दिया है।

चीतों के पुनर्वास के लिए एक प्लान

दरअसल, चीतों के पुनर्वास के लिए एक प्लान बनाया था। एनटीसीए, केंद्रीय वन विभाग और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए इस प्लान को चीता एक्शन प्लान नाम दिया गया। प्लान में इस बात का भी उल्लेख किया गया था कि यदि चीतों की संख्या में इजाफा हो या प्रभावित होने की स्थिति में विस्थापित किया जा सकेगा। हालांकि विभागीय सूत्रों का कहना है कि रविवार को वयस्क चीता उदय की मौत के बाद बैठक की गई थी। इसमें चीतों की मौत और संरक्षण को लेकर विचार मंथन हुआ। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि संरक्षण के मद्देनजर पूर्व चिन्हित स्थानों पर भी कुछ चीतों को शिफ्ट किया जाना चाहिए।

चीता एक्शन प्लान में मंदसौर के गांधी सागर तो दूसरा सागर नौराहेदी अभयारण्य का नाम दर्ज

फ़िलहाल प्रदेश के ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है जो इनके लिए अनुकूल और पर्याप्त हो, वन विभाग के अधिकारियों ने बताया चीतों के रहवास के लिए एमपी के दो अभयारण्य परफेक्ट हैं। चीता एक्शन प्लान में मंदसौर के गांधी सागर तो दूसरा सागर नौराहेदी अभयारण्य का नाम दर्ज है। कूनो नेशनल पार्क में चीतों की शिफ्टिंग के साथ गांधीसागर अभयारण्य को चुना गया था।हालांकि  केंद्र और राज्य सरकार की रिपोर्ट में दोनों ही अभयारण्य को चीतों के अनूकूल बताया गया है, तीसरे पर नौरादेही अभयारण्य को रखा गया था। अब कूनो  के बाद अगले दो नामों पर विचार किया जा रहा है, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून ने भी केंद्र सरकार के निर्देश पर चीतों के लिए तीनों अभयारण्य पर रिपोर्ट तैयार की थी। इस रिपोर्ट में कूनो पालपुर, गांधीसागर और नौरादेही अभयारण्य का जंगल अनुकूल है। हालांकि अफसरों के मुताबिक शिफ्टिंग के लिए गांधीसागर को चुना जाना लगभग तय है।

शिफ्टिंग के लिए केंद्र की स्वीकृति का इंतजार 
वन विभाग केंद्र सरकार से भी अनुमति का इंतजार कर रहा है। हालांकि शिफ्टिंग से पहले सभी प्रक्रियाओं पर गहन मंथन किया जाएगा उसके बाद ही केंद्र और राज्य की टीम विशेषज्ञों के साथ गांधीसागर का निरीक्षण करेंगी। हालांकि इस काम के लिए दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से भी एक दल बुलाया जाए। फेंसिंग समेत स्लैब का कुछ काम किया जाएगा। फिर इन चीतों को शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू होगी।

 


About Author
Avatar

Sushma Bhardwaj

Other Latest News