World Population Day 2024 : विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर डॉक्टर रुचिरा चौधरी चेयर पर्सन FPAI भोपाल ब्रांच की उपस्थिति में एक स्वास्थ्य और जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर मुख्य रूप से जनसंख्या वृद्धि, परिवार नियोजन, यौन प्रजनन स्वास्थ्य सेवा का लाभ और स्वास्थ्य जागरूकता पर बल देने के लिए आयोजित किया गया था।
विश्व जनसंख्या दिवस की थीम है – किसी को पीछे न छोड़ें, सबकी गिनती करें।
इस अवसर पर चेयर पर्सन FPAI भोपाल ब्रांच डॉक्टर रुचिरा चौधरी ने कहा, “जनसंख्या वृद्धि और स्वास्थ्य जागरूकता में लोगों को शिक्षा देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उचित जानकारी और सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त करने से हम समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं।” आगे कार्यक्रम की थीम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस की थीम है – किसी को पीछे न छोड़ें, सबकी गिनती करें। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या जहाँ अवसरों के नए रास्ते खोलती है, वहीं चुनौतियों को भी प्रभावित कर सकती है। हमें इसके प्रभाव को समझना होगा और उसके अनुसार कदम उठाने होंगे।
आज का युवा है जागरूक
चर्चा के दौरान FPAI भोपाल ब्रांच के कार्यक्रम अधिकारी जगदीश परसाई ने उनके संबोधन में कहा की पहले अब के पारिवारिक स्वरूप में काफी परिवर्तन आ गया है। अब अधिकतर परिवार छोटे हो गए है। आज के युवा जागरूक है और वो अब अपने निर्णय स्वंय ले सकते है। उन्हें आजादी है निर्णय लेने की और अब उनके पास समुचित ज्ञान भी है। आज जानकारी लेने के कई रास्ते खुले है और सभी उनका लाभ ले रहे है | आज का युवा परिवार नियोजन तथा अन्य स्वास्थ्य सेवाओ के प्रति सचेत है और वो इनका लाभ भी ले रहे है।
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित शिविर में 113 लोगो ने स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया और 110 से भी ज्यादा लोगो को परामर्श सेवाए प्रदान की गई। इस शिविर के आयोजन में और समुदाय की जनता को जागरूक करने में “केयर एंड केयर, भूमि फाउंडेशन भोपाल” का बहुमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ। इस शिविर में सामाजिक कार्यकर्ताओं, FPAI डॉक्टर्स, FPAI मेनेजर, मोना सोनी, स्टाफ मेंबर स्मिता कोशी, खेमलाता साहू, सुनील चौधरी, बाबा राव धावड़े और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों, परामर्श दाताओं ने शामिल होकर जनसंख्या वृद्धि के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एकजुट होकर काम किया। इसके साथ ही, नए तकनीकी उपायों और उपकरणों के बारे में भी जानकारी दी गई ताकि लोग स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच पाएं।