भोपाल।
नतीजों से पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आज भोपाल में प्रत्याशियों की बैठक की।बैठक में नाथ ने प्रत्याशियों को ना सिर्फ मतगणना से संबंधित टिप्स दिए बल्कि एकता का पाठ भी पढ़ाया। लेकिन इन सब के बीच बैठक में लगा एक पोस्टर चर्चा का विषय बना रहा। पोस्टर में सोनिया और राहुल के साथ कमलनाथ की फोटो लगाई गई थी, लेकिन सिंधिया फोटो से नदारद रहे। यह पहला मौका है जब सिंधिया पोस्टर से गायब रहे। वही बैठक में 229 प्रत्याशियों की जगह 219 का पहुंचना भी सुर्खियां बटोरता रहा।
दरअसल,कमलनाथ द्वारा प्रत्याशियों की बुलाई गई बैठक में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव और मीडिया प्रभारी शोभा ओझा भी शामिल रहे, लेकिन सिंधिया की कमी खलती नजर आई। बैठक में सभी बड़े नेताओं के शामिल होने के बावजूद सिंधिया के दूरी बनाने पर अब सवाल खड़े होने लगे है। साथ ही यह पोस्टर भी अपनी एक अलग बात कह रहा है। क्या नतीजों से पहले सिंधिया फिर नाराज हो गए या क्या पार्टी में कुछ ठीक नही है या फिर कुछ और। ये सवाल इसलिए भी उठ रहे है क्योंकि इस बैठक से दूरी बनाने वाले सिंधिया आज शाम को सोशल मीडिया के जरिए कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।कांग्रेस ने सिंधिया के बातचीत को #InConversationWith ज्योतिरादित्य सिंधिया दिया है। इस दौरान लोग सीधे सिंधिया से सवाल कर सकते हैं। वही 10 प्रत्याशियों के बैठक में शामिल ना होने पर भी चर्चाएं होती रही।इसे सिंधिया से जोड़कर देखा जा रहा है।बैठक में शामिल न होने वालों में रामनिवास रावत, ओम पटेल और देवेन्द्र पटेल सहित कुछ उम्मीदवार शामिल है। खबर है कि इन्होंने अपनी अनुपस्थिति की अर्ज़ी पहले ही कमलनाथ को भेज दी थी।हालांकि इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कमलनाथ ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
कमलनाथ ने प्रत्याशियों को दी नसीहत
बैठक में कमलनाथ ने सभी उम्मीदवारों को नसीहत दी है। उन्होंने कहा, आज की बैठक में प्रत्याशियों को मतगणना के लेकर जानकारी दी गई। वहीं, सरकार बनाने को लेकर कमलनाथ पूरी तरह आश्वस्त नजर आए। वायरल वीडियो के बाद पिछली मीटिंग की गलतियों से कमलनाथ ने इस बार सबक लिया है। कांग्रेस प्रत्याशियों की बैठक में कमलनाथ ने भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों के मोबाइल बंद करवा दिए हैं और बैठक की बात बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं । कमलनाथ ने कहा सभी उम्मीदवारों को मतगणना में नियमो की जानकारी होना जरूरी है क्योंकि कई सीटें हम मतगणना में हार जाते हैं।