मध्य प्रदेश में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अब कहलायेंगे कृषि विस्तार अधिकारी, 15 दिन में होगा अधिकारियों-कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान

कृषि मंत्री ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार हमें किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सभी प्रयास करने होंगे। किसानों उच्च गुणवत्ता का सही बीज मिले, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। किसानों के साथ इस मामले में धोखाधड़ी करने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जायेगा।

MP Agriculture Department : लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने एक और बड़ा फैसला किया है। इसके तहत अब ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी कहलायेंगे।इसकी जानकारी किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने दी है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं का नियमानुसार 15 दिन में निराकरण किया जायेगा।

15 दिन में होगा अधिकारी-कर्मचारी की समस्या का समाधान

कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा है कि प्रदेश के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, अब कृषि विस्तार अधिकारी कहे जायेंगे। हम और आप जनता जनार्दन के साथ मिलकर मध्यप्रदेश को कृषि के क्षेत्र नं.1 प्रदेश बनायेंगे। कंषाना ने आश्वस्त किया कि विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों की समस्याओं का नियमानुसार 15 दिन में निराकरण किया जायेगा।

किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा

कंषाना ने कहा कि कृषि विस्तार अधिकारी कृषि विभाग की रीढ़ है। हम सभी को मिलकर जुट जाना चाहिये जिससे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को 8वीं बार भी कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त हो। उन्होंने विभाग में कार्य करने वाले ईमानदार अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके काम में बाधा डालने की किसी भी व्यक्ति को इजाजत नहीं दी जायेगी।पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार हमें किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सभी प्रयास करने होंगे। इसमें कृषि विभाग के सभी अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। किसानों उच्च गुणवत्ता का सही बीज मिले, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। किसानों के साथ इस मामले में धोखाधड़ी करने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जायेगा।

 

 


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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