MP News : प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा असंवैधानिक, अव्यवहारिक का मामला सामने आया है। जहाँ वन विभाग के कर्मचारियों ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम में पदस्थ उप संचालक पूजा नागले का व्यवहार IFS श्रेणी के अधिकारियों से भिन्न होकर अधीनस्थ सेवादारों कार्यालयीन कर्मचारियों के प्रति क्रूर और दमनकारी है। आप से अनुरोध है कि, इनका स्थानांतरण कर सुलझे हुए परिपक्व अधिकारी को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम में पदस्थ कर विभाग की छवि को सुरक्षित रखने की कार्रवाई एवं विभागीय कर्मचारियों के मनोबल को बनाए रखने हेतु कष्ट करें।
प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार
बता दें कि वन विश्राम गृह के सेवादार दुलारे, निजी निवास के रामसिंह सियाराम आदिवासी, कार्यालयीन हेड क्लर्क बातोसिया बड़े बाबू को 21 जून 2024 को कार्यालयीन समय की समाप्ति के उपरांत रोकने को लेकर अभद्र व्यवहार किया गया है, जिससे वे भयभीत भी है और इनके अमर्यादित व्यवहार से भयभीत होकर अस्वस्थ हो गए है।
क्योंकि अधीनस्थों को अपमानजनक भाषा में जलील करना व उन्हें अपने पद का भय दिखाकर करियर बर्बाद कर देने की धमकी देकर भयभीत और आतंकित करने वाला रहा है। वहीं समय-बेसमय कार्यालयीन कर्मचारियों को बुलाकर अपमानित किया जा रहा है तथा कर्मचारियों के स्वत्व एवं वेतन के शासकीय भुगतान महीनों से लंबित है। जिसके चलते वन कर्मचारी संगठन में रोष व्याप्त है। इसलिए उन्होंने वन बल प्रमुख को शिकायत भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।