आयोग का मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव को नोटिस, आखिर क्यों ग्रामीणों ने छोड़ा अपना गांव, जंगल को बनाया आशियाना

 

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बालाघाट जिले के दूरस्थ वन ग्राम बोदालझोला के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिये तरस रहे हैं। यहां गांव तक पहुंचने के लिये पक्की सड़क भी नहीं है। गांव में विद्युत के खंबे तो लगे हैं लेकिन उनमें बिजली नहीं है। पेयजल की वर्षों से समस्या बनी हुई है। आलम यह है कि ग्रामीणों के आवेदन पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मजबूरी में ग्रामीणों ने गांव और अपना घर छोड़कर जंगल को ही अपना नया आशियाना बना लिया है। विडम्बना देखिये कि मौजूदा समय में बेहद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसी कडकडाती ठंड में झोपड़ी के अंदर और बाहर जलती आग के सहारे ग्रामीण अपनी रातें गुजार रहे हैं। जानकारी के अनुसार किरनापुर विकासखंड़ की ग्राम पंचायत बक्कर के अधीन वन ग्राम बोदालझोला में मूलभूत समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा होने और गांव तक पहुंचने के लिये पक्की सड़क भी न होने की वजह से यहां न तो प्रशासनिक पहुंच अधिक है और न ही जनप्रतिनिधि इस गांव तक पहंचते हैं।


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Harpreet Kaur