भोपाल।
बीते दिनों प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की रक्षा में लगे पांच में दो सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया था। जिससे भार्गव नाराज हो गए थे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को वापस लौटा दिया था। ये मामला अभी ठंड़ा ही नही हुआ था कि अब व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय और प्रशांत पांडे के सुरक्षा गार्ड हटाए जाने का मामला सामने आया है। व्हिसल ब्लोअर ने इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज पर आरोप लगाए है। वही इसे हाईकोर्ट की अवमानना बताते हुए एसएसपी को लीगल नोटिस देने की भी बात कही है।
दरअसल, प्रदेश के सबसे चर्चित व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय और प्रशांत पांडे के बिना किसी प्रामाणिक कारण के सुरक्षा गार्ड हटाए जाने के बाद उन्होंने एसएसपी रूचि वर्धन मिश्र पर आरोप लगाए है । उन्होंने इसके लिए पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह पर भी आरोप लगाए है, उनका कहना है कि रुचि शिवराज की दत्तक पुत्री है और उन्ही के कहने पर उनसे सुरक्षा छीनी गई है, जबकि उन्हें ये सुरक्षा हाई कोर्ट के निर्देश पर मिली थी।मेरा एक गार्ड मुझे पीएचक्यू से मिला है और डीआईजी स्तर पर दिया गया है। एसएसपी की यह कार्रवाई हाईकोर्ट की सीधी अवमानना है राय और पांडे ने सुरक्षा गार्ड हटाए जाने पर हाईकोर्ट की अवमानना बताते हुए एसएसपी को लीगल नोटिस देने की भी बात कही है।वही रुचि वर्धन ने आचार संहिता लगने पर यह कार्रवाई करने की बात कही है। वही उन्होंने कहा है कि उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार का नोटिस नही मिला है।वही इस पूरे मामले में शिवराज सिंह की कोई प्रतिक्रिया सामने नही है।
वही राय ने ट्वीट कर लिखा है कि मप्र में लगभग 7000 से ज्यादा सशस्त्र पुलिस कर्मी है जो आईएएस-आईपीएस सहित नेताओ की सुरक्षा में लगे हैं।चुनाव आचारसंहिता में कहाँ लिखा होता है कि व्हिसल ब्लोअर की सुरक्षा हटा ली जाए, हाइकोर्ट के निर्देश पर मिली सुरक्षा हटा ली गई, कहीं सुरक्षा हटाकर हमारी हत्या की साजिश तो नही रची जा रही?व्यापमं से जुड़े 48 लोगों की मौत हो चुकी है। राय ने लिखा है कि वक्त है बदलाव का जहाँ व्यापमं व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडे को सुरक्षा के एवज में 2.5 लाख महीना जमा करवाना होगा,वहीं नेता आईएएस-आईपीएस निशुल्क सुरक्षा पाएंगे