भोपाल। पुलिस हिरासत में युवक शिवम की मौत का मामला गरमा गया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज पीड़ित के घर पहुंचकर दिव्यांग माता-पिता से मिलने पहुंचे एवं परिवार को ढांढस बंधाया। परिवार से मिलने के बाद शिवराज सिंह ने मीडिया के सामने पुलिस पर जमकर बरसे और प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने इकलौते बेटे को खोने के गम में डूबे माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। ये जघन्य अपराध है। ऐसे में इस मामले की सीबीआई से जांच कराना चाहिए। शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि ये नीचता की पराकाष्ठा है। पुलिस की जांच पुलिस क्या करेगी। अपराधियों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। ऐसी घटना में न्यायिक जांच नहीं, सीबीआई जांच होनी चाहिए। शिवराज ने चेतावनी देते हुए कहा कमलनाथ जी सुन लो..जरा भी इंसानियत है, तो सीबीआई जांच कराएं। उन्होंने कहा कमलनाथ जी जरा भी इंसानियत हो, तो तुरंत मांग स्वीकार कर लो, ऐसे नरपिशाचों को मत बचाना। यह घटना मध्यप्रदेश पुलिस के माथे पर काला दाग है। न्याय देकर प्रदेश को इस कलंक से मुक्त करो। सरकार द्वारा सीबीआई से जांच नहीं कराई जाने की दिशा में शिवराज सिंह ने आगे भी लम्बी लड़ाई लड़ने की चेतावनी दे डाली।
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कल धरना देंगे शिवराज
शिवराज सिंह ने आगे बोलते हुए कहा कि इस घटना ने मध्यप्रदेश पुलिस पर काला दाग लगा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘फोटो मैंने देखी है सोने की चैन पहनी थी इकलौता बेटा था लाड से पाला था मा बाप ने’ ज़रा भी सरकार में इंसानियत है कमलनाथ जी तो इस मामले की तुरंत सीबीआई जांच काराओं। उन्होंने ने बताया कि कल वे नागरिकों के साथ भोपाल के भारत माता चौराहे, भदभदा रोड पर धरना देंगे। अगर सरकार ने मांग नहीं मानी तो आगे लंबी लड़ाई होगी।
मध्य प्रदेश पुलिस में वहशी आ गए हैं
बैरागढ़ पुलिस सवालों के घेरे में हैं| चौतरफा घिरी पुलिस पर अब शिवराज ने जमकर हमला बोला| शिवराज ने कहा इकलौते बेटे शिवम की मौत के बाद से ही पिता की हालत नाजुक है। उन्हें पैरालिसिस का अटैक आया है। फिर भी वो इलाज के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। मां भी बोल और सुन नहीं सकती। लेकिन आह निकल रही है। मां को रोते देख कलेजा कांप जाता है। नरपिशाच थे, जिन्होंने ऐसी हरकत की है। शिवम ने किसी को मारा था, किसी की हत्या की थी ? जो अपराधी हैं, वो पुलिस की पकड़ में नहीं आते, लेकिन जिनका कोई कसूर नहीं है, उनके साथ ऐसा बर्ताव किया गया। वो यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि, दुर्घटना के बाद शिवम को इलाज के लिए पुलिस अस्पताल ले जा सकती थी। लेकिन उसे अस्पताल ले जाने के बजाए थाने ले जाकर मारपीट की है। उसका शरीर नीला पड़ गया। पूरे शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। मध्य प्रदेश पुलिस में वहशी आ गए हैं।
पुलिस हिरासत में मारे गये युवक शिवम मिश्रा के अपराधियों को सजा मिले। मामले की सीबीआई जांच हो। कमलनाथ जी जरा भी इंसानियत हो, तो तुरंत मांग स्वीकार कर लो, ऐसे नरपिशाचों को मत बचाना। यह घटना मध्यप्रदेश पुलिस के माथे पर काला दाग है। न्याय देकर प्रदेश को इस कलंक से मुक्त करो। pic.twitter.com/r00BPVTZTt
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) 20 June 2019