भिण्ड, सचिन शर्मा। मध्यप्रदेश सरकार (MP Government) के दावे के मुताबिक वो पर्याप्त बिजली की व्यवस्था कर किसानों को उनकी फसल के लिए जरुरी बिजली उपलब्ध करा रही है लेकिन सरकार के दावे की हकीकत खेतों में खड़ी फसल के लिए चिंतित किसान उजागर कर रहे हैं। परेशान किसान सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगा रहे हैं।
भिण्ड जिले (Bhind District) के अरूसी गांव के ग्रामीण सरकार के वादों पर सवाल खड़े कर दिये हैं। किसान सरकार द्वारा तय वादे के अनुसार बिजली ना मिलने से परेशान हैं। किसानों का आरोप है कि उन्हें बिजली विभाग से दस घंटे बिजली मिलने की बात कही थी लेकिन उन्हें सिंर्फ 4 घंटे ही बिजली दी जा रही है। वहीं इस मामले पर जब उन्होंने बिजली विभाग को इसकी शिकायत की तो विभाग के आला अधिकारियों ने इससे पल्ला झाड़ लिया।
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भिण्ड जिले की लहार तहसील के गांव अरूसी में ग्रामीण किसान प्रदेश सरकार द्वारा पर्याप्त बिजली वितरण ना होने को लेकर सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं। मामले में ग्रामीण किसान का कहना है कि उन्हें सब स्टेशन आलमपुर बिजली विभाग के जेई सुनील त्रिपाठी द्वारा कहा गया था की गांव में दस घंटे बिजली दी जाएगी। लेकिन अब चार घंटे बिजली दी जा रही है। वहीं जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जेई सुनील त्रिपाठी से की तो उन्होंने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कह दिया कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीई हरीश मेहता से की तो उन्होंने ने भी इस बारे में कोई जानकारी ना होना बताया।
बिजली न मिलने के कारण किसान दुखी हैं। किसानों का कहना हैं कि उन्होंने कर्ज लेकर फसल लगाई थी, अब उनकी धान की फसलें सूख रही हैं। पर्याप्त बिजली न मिलने के कारण फसलों की देख रेख नहीं हो पा रही है जिससे किसान बहुत दुखी हैं। मामले पर किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के वादे झूठे हैं। सरकार किसानों के साथ गलत कर रही है। किसानों का कहना है कि अगर उन्हें बिजली नहीं दी गई तो फसल नहीं होगी जिससे वो कर्ज नहीं चुका पाएंगे और आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे। किसानों ने सरकार से दस घंटे बिजली दी जाने की मांग की है।