आग से 15 सौ बीघा गेहूँ की फसल जलकर ख़ाक

Amit Sengar
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डबरा, सलिल श्रीवास्तव। भितरवार अनुभाग के अंतर्गत आने बाले चीनोर क्षेत्र के कई गांव में खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई, जिससे लगभग पंद्रह सौ बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। ग्रामीण आग बुझाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान फ़ायर ब्रिगेड पर देर से पहुँचने का आरोप ग्रामीणों ने एसडीएम के सामने नारेबाजी कर लगाया।

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ग्वालियर से भी पहुंची फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी हुई है। घटना की गम्भीरता को देखते हुए ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह भी गाँव पहुँच गये है। आग की शुरुआत करहिया मार्ग से हुई, जिसने पहले भदेश्वर क्षेत्र को घेरा फिर सिरसुला और दौलतपुर मौजे में आग ने अपना विकराल रूप दिखाया। आग ने इस दौरान लगभग पंद्रह सौ बीघा क्षेत्र मैं खड़ी गेहूं की फसल को जलाकर खाक कर दिया। जिससे लगभग करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।

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आग पर सबसे पहले तो किसानों ने अपने अपने स्तर पर काबू करने का प्रयास किया पर वह सफल नहीं हो सके। चीनोर से फायर ब्रिगेड पहुंची तो किसानों ने अपनी-अपनी बोरों से भी आग बुझाने का प्रयास किया, बाद में किसानों ने खेतों को जोतकर अपने गांव में कहे या अपने खेतों में आग को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया इस दौरान ग्रामीणों का आक्रोश प्रशासन के खिलाफ साफ देखने को मिला। आग के कारण इन तीन मौजों में जाम की स्थिति निर्मित हो गई। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को रोककर काफी जमकर नारेबाजी की, तो एसडीएम के सामने फ़ायर ब्रिगेड के देर से पहुँचने की बात दोहराई, इस घटना से इतना तो है कि किसी की लापरवाही से काफी बड़ी संख्या में किसानों का नुकसान हो गया। प्रशासन सिर्फ मुआवजे की घोषणा कर सकता है, पर कई किसान ऐसे भी हैं जिनके यहां अब खाने को अनाज भी नहीं बचेगा।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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