Gwalior News: मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में इन दिनों आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे नम्बर लाने की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। लेकिन यहां सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालयों और मूत्रालयों की हालत बेहद ही खराब है। शौचालयों का इस्तेमाल जनता के द्वारा किया जाना चाहिए। लेकिन शहर में अलग ही नजारा देखने को मिला।
महिला शौचालयों पर ताला
दरअसल, यहां कई टाॅयलेट्स में सायकिल और झाड़ू भरे पड़े हैं। सार्वजनिक शौचालयों के शटर बंद हैं। महिला शौचालयों में ताला लगा हुआ है और सेनेट्री नेपकिन मशीनें पूरी तरह से खराब पड़ी हुई हैं। सामुदायिक शौचालयों में हाथ सुखाने के लिये लगी ड्रायर मशीनें भी काम नहीं कर रही हैं। कई मूत्रालयों में पानी की कोई व्यवस्था भी नहीं है। न ही गंदा पानी निकासी की व्यवस्था है। इतना ही नहीं यहां शौचालयों के वाॅश बेसिन टूटे पड़े हैं। आसपास के लोग बदबू से परेशान हैं।
मामले को हल्के में ले रहा नगर निगम
इतनी अव्यवस्थाओं के बावजूद नगर निगम इस मामले को हल्के में ले रहा है। काफी दिनों से शौचालयों की हालत खराब है, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि, “हमने सभी वार्डो के नोडल अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं। हम अगले सात दिनों में सारी कमियां दूर कर व्यवस्थाएं ठीक करा देंगे।”
मानव अधिकार आयोग ने मांगा प्रतिवेदन
इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने संज्ञान लेकर कमिश्नर, नगर निगम, ग्वालियर से प्रकरण के संबंध में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है।