पुलिस ने अपने ही थाने के हवलदार के खिलाफ किया मामला दर्ज, ये है पूरा मामला  

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। पुलिस (Police) को महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहुत संवेदनशील होने के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय समय दिए जाते हैं लेकिन जब पुलिस ही महिलाओं पर बुरी नजर डाले तो उसकी किसकिरी होना लाजमी है। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर (Gwalior Police) में सामने आया है , बड़ी बात ये है कि इसमें पुलिस के हवलदार यानि हेड कॉन्स्टेबल ने (Police Head Constable) अपने ही थाने में पदस्थ महिला एएसआई (ASI) के साथ छेड़छाड़ कर दी।  पुलिस ने जाँच के बाद मामला दर्ज कर लिया है।

बहोड़ापुर थाना पुलिस (Bahodapur Police Station) को अपने ही थाने में पदस्थ एक हवलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा है। मामला छेड़छाड़ से जुड़ा है।  बड़ी बात ये है कि छेड़छाड़ की शिकायत भी बहोड़ापुर थाने में पदस्थ एक एएसआई ने की है। पुलिस ने जाँच के बाद करीब 12 दिन बाद आरोपी हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

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एडिशनल एसपी हितिका वासल के मुताबिक बहोड़ापुर थाने में पदस्थ एक महिला एएसआई ने शिकायत की थी कि जब  वो पिछले दिनों वीआईपी ड्यूटी में थी तब हवलदार ने उसके साथ छेड़खानी की।  शिकायत की जाँच करने के बाद हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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गौरतलब है कि 22,23,24 सितम्बर को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का ग्वालियर में दौरा था तभी महिला एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल वीआईपी ड्यूटी पर थे। बहरहाल अपने ही थाने के एक हेड कॉन्स्टेबल पर अपने ही थाने की एक महिला एएसआई की शिकायत के बाद छेड़खानी का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है, क्योंकि चर्चा होने लगी है कि महिला सुरक्षा का दावा करने वाले पुलिस महकमे में ही जब महिला खुद ही सुरक्षित नहीं है तो शहर की महिलाओं की सुरक्षा का दावा पुलिस किस मुंह से करेगी?


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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