ग्वालियर। पीसीपीएनडीटी एक्ट के उल्लंघन पर ग्वालियर पिंक सेल द्वारा उत्तरप्रदेश के झांसी में संचालित एक अल्ट्रासाउंड सेन्टर पर कार्यवाही की गई। इस सेंटर पर ग्वालियर में पदस्थ एक आंगनबाड़ी सहायिका गर्भवती महिलाओं को ले जाकर भ्रूण लिंग परीक्षण कराती थी। एसडीएम एवं पिंक सेल की प्रभारी जयति सिंह को जानकारी मिली कि बुधवार को लूटपुरा क्रमांक-3, हजीरा में पदस्थ आंगनबाड़ी सहायिका अरुणा राठौर गर्भवती महिलाओं को ग्वालियर से झांसी ले जा रही है और वहां गैर कानूनी तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण कराने वाली है। जानकारी की पुष्टि के बाद
कार्यवाही की प्लानिंग करते हुए श्रीमती जयति सिंह द्वारा राजस्व टीम में पदस्थ नायब तसीलदार वंदना यादव को पुलिस दल के साथ डिकॉय बना कर उक्त आंगनबाड़ी सहायिका के साथ ट्रेन से झांसी रवाना किया गया । इसके तत्काल बाद ऑपरेशन ग्रुप गठित किया गया जिसमें पिंक सेल में पदस्थ सुश्री दीपशिखा भगत, पीसीपीएनडीटी ग्वालियर के अन्तर्गत डॉ. बिंदु सहगल और शालीन शर्मा ने झांसी में एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट श्रीमती वन्या सिंह के साथ डेकॉय टीम के निशानदेही पर जय माता दी अल्ट्रासाउंड सेन्टर झांसी पर छापा मारा। ये सेंटर डॉ. एल एल वर्मा द्वारा रजिस्टर्ड है जिस पर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। छापामार टीम को मौके पर सुभाष यादव और आंगनबाड़ी सहायिका मशीन सहित पकड़े गए। आंगनबाड़ी सहायिका अरुणा ने बताया कि पहले वो इस सेन्टर पर 3 केस ला चुकी है। मौके पर उपस्थित कथित डॉ. राम नरेश पटेल ने बताया सुभाष यादव का काम अल्ट्रासाउंड सेन्टर मालिक राम नरेश पटेल और महिलाओं में मध्यस्ता का है और हर केस पर 10 हजार रुपए लिए जा रहे है। मौके पर अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट भी मिली, जिसमें डॉ. एल एल वर्मा के हस्ताक्षर भी नहीं मिले। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद ग्वालियर में आंगनबाड़ी सहायिका के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है और झांसी में अल्ट्रासाउंड सेन्टर पर झांसी टीम के द्वारा कार्रवाई की जा रही है।