प्रधान आरक्षक ले रहा था 20,000 रुपये की रिश्वत, लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने आज एक बड़ी कार्यवाही करते हुए रिश्वत (Bribe) लेते पुलिस के प्रधान आरक्षक को गिरफ्तार किया है।  प्रधान आरक्षक धारा 307 के अपराध से नाम हटवाने की एवज में 20,000/- रुपये की रिश्वत (Head constable arrested for taking bribe) ले रहा था।

ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस (Gwalior Lokayukta Police) से मिली जानकारी के मुताबिक विकास सिंह जाटव नमक एक युवक ने कल मंगलवार 17 मई 2022 को ग्वालियर लोकायुक्त एसपी कार्यालय में शिकायत की थी कि भिंड जिले के मालनपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी ने उससे धारा 307 के एक मामले से बचाने की एवज में 20,000/- रुपये की रिश्वत मांगी है।

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शिकायत के बाद पुलिस ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस एक्टिव(Gwalior Lokayukta Action) हुई, पुलिस ने फरियादी के साथ प्रधान आरक्षक को रंगे हाथ पकड़ने की प्लानिंग की।  आज बुधवार को प्लानिंग के तहत ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम फरियादी विकास के साथ मालनपुर थाने पहुंची और जैसे ही विकास ने प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी को रिश्वत की राशि 20,000 रुपये दी पहले से तैयार लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।

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प्रधान आरक्षक ले रहा था 20,000 रुपये की रिश्वत, लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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