इंदौर, आकाश धोलपुरे। स्मार्ट सिटी की दौड़ में आगे चल रहे इंदौर को नगर निगम कैसे स्मार्ट बनाएगा फिलहाल, इस पर सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल, शहर में तड़के 4 बजे से रुक-रुक कर हुई बारिश से अलसुबह शहर जलमग्न अवस्था में दिखाई दिया। शहर के कई क्षेत्रों में जल जमाव की स्थिति से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो 5 अगस्त तक इंदौर में इसी तरह बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
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दरअसल इंदौर नगर निगम को चार दफा स्वच्छता में नंबर वन का खिताब हासिल हो चुका है लेकिन जल निकासी को लेकर निगम अधिकारियों की योजनाओं पर पानी फिर गया है। इंदौर के धीरज नगर, शिवबाग, माया नगर, बाबामनसब नगर ,कृष्ण बाग, गुरु नानक कॉलोनी, साईं श्रद्धा कॉलोनी, सरस्वती नगर, न्याय नगर एक्सटेंशन सेक्टर ए, बी, सी, डी जैसी करीब 20 से 25 कॉलोनी में सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बन गई। इस क्षेत्र से एमआर- 9 से एमआर 10 लिंक रोड जुड़ता है। वैसे तो नगर निगम बहुत से दावे करता है लेकिन पिछले 3 सालों से लगातार इन क्षेत्रों के रहवासी वर्षा काल में थोड़ा भी पानी आने पर समस्या से जूझते हैं और गिरते पड़ते रास्ता पार करते हैं। वही इसपर न ही निगम के अधिकारी और ना ही जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित हो रहा है।
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इधर शहर के अलग-अलग हिस्सों और निचली बस्तियों से लेकर कई प्रमुख मार्गों पर बारिश के कारण जलमग्न हुई स्थिति से आफत बढ़ गई है। इधर, कृषि महाविद्यालय इंदौर के मौसम वैज्ञानिकों की माने तो पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष औसतन बारिश कम हुई है लेकिन 5 अगस्त तक आसमान में बादल इसी तरह से अटखेलियां करेंगे और रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहेगा।
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मौसम वैज्ञानिक डॉ एच.एल.कपेड़िया ने बताया कि वर्तमान में अधिकतम तापमान नीचे आकर 28 डिग्री के आसपास बना हुआ है वही न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया है। उन्होंने बताया कि एग्रीकल्चर कॉलेज की ऑब्जर्वेट्री में पिछले 24 घण्टे में 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है वही 1 अप्रैल से लेकर अब तक 394 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले सप्ताह में मौसम इसी तरह एक्टिव रहेगा बे ऑफ बंगाल और उड़ीसा की ओर से आने वाला मानसून सक्रिय है जिसके चलते एक द्रोणिका बीच मे बन गई है। वहीं पश्चिम विक्षोभ अफगानिस्तान के ऊपर विकसित हुआ है और बीच मे एक चक्रवात विकसित हो रहा जिसके चलते आने वाले समय मे हवाओं की गति में परिवर्तन आ सकता है। जिसके चलते मालवा और निमाड़ के क्षेत्र में हल्की बारिश के आसार बने रहेंगे। पिछले वर्ष की तुलना में बारिश का मामूली सा कमजोर बताते हुए मौसम वैज्ञानिक ये भी कह रहे है कि तुलनात्मक रूप से 10 से 15 एमएम बारिश कम हुई है।