इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर पुलिस (Indore Police) ने अशोका ट्रेवल्स की बस में सवार मां बेटे की यात्रा के दौरान तबियत ख़राब होने और बाद में उनकी अस्पताल में मौत हो जाने पर बस के दोनों ड्राइवर और कंडक्टर पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। परिजनों ने आरोप लगाया था कि चलती बस में मां बेटे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, शिकायत करने के बाद भी ड्राइवर ने ना तो बस रोकी और ना ही कंडक्टर और दूसरे ड्राइवर ने किसी तरह की प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई।
दरअसल, उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र की वैद्य कालोनी में रहने वाली 38 वर्षीय शिक्षिका दीपिका पति संदीप पटेल, 10 वर्षीय इकलौते बेटे आदित्य राज पटेल और अपनी माँ पुष्पा वर्मा के साथ अशोका ट्रेवल्स की ए.सी.स्लीपर पुणे से उज्जैन लौट रही थी। सफर के दौरान लग्जरी बस में माँ दीपिका और बेटे आदित्य राज को सांस लेने में तकलीफ होने लगी , उनका जी घबराने लगा, दोनों उल्टी करने लगे।
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उन्होंने इस बात की जानकारी ड्राइवर और कंडक्टर को दी उनसे प्राथमिक चिकित्सा की मांग की और जब हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उन्होंने इलाज की सुविधा की मांग की। बावजूद इसके ड्राइवर बस को दौड़ता रहा और सुबह – सुबह सहायता के नाम पर उन्हें इंदौर के तीन इमली चौराहे पर रिक्शा में बैठा दिया।
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इधर, माँ पुष्पा वर्मा दीपिका और आदित्य को इलाज ले क्लिनिक ले गई लेकिन वहां से डॉक्टर ने उन्हें तुरंत इलाज के निजी अस्पताल भेज दिया। लेकिन दोपहर में दीपिका और आदित्य की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में माँ पुष्पा वर्मा और भाई अजीत की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने बस के दोनों ड्राइवर और कंडक्टर से अलग – अलग पूछताछ की, साथ ही सहयात्रियों के भी कथन लिए। जिसके बाद इंदौर को संयोगितागंज पुलिस ने ड्राइवर अनोखीलाल पिता रामनारायण निवासी मक्सी रोड, अशोक पिता मोहन सिंह निवासी धार और कंडक्टर ईश्वरलाल पिता राजाराम के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गैर इरादतन हत्या के मामले और लापरवाही बरतने को लेकर अब तीनों जेल में है। पुलिस ने बस को भी जब्त कर लिया है।