Chikitsak Sampark Yatra : शुक्रवार को मध्य प्रदेश में शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले निकाली जा रही ‘चिकित्सक संपर्क यात्रा’ इंदौर पहुंची। यहां शहर के सभी शासकीय चिकित्सालयों के चिकित्सक, चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सक, आईएमए के चिकित्सक, जूनियर डॉक्टर एसोसियेशन के चिकित्सक, नर्सिंग होम असोसिशन के पदाधिकारीगण ,समस्त नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ के कर्मचारी सहित लगभग 3500 लोगों ने 2 किलोमीटर लंबी विशाल रैली निकाली।
यात्रा को मिला पुरजोर समर्थन
चिकित्सा बचाओ-चिकित्सक बचाओ यात्रा का ये 8वां दिन है और इंदौर में रैली सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल से शुरू होकर श्रीमाया होटल, दवा बाजार, एमवाय अस्पताल होते हुए किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल के मैदान पर पहुंची। यहां मंच पर महासंघ के पदाधिकारियों का भव्य स्वागत हुआ। मंच पर महासंघ के पदाधिकारी, आईएमए अध्यक्ष, क्षेत्रीय संचालक, सीएमएचओ, डीन, अधीक्षक, सिविल सर्जन, मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी, जूनियर डॉक्टर एसोशिएशन के पदाधिकारी व अन्य संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। सभी ने भगवान धन्वंतरी की पूजा की और फिर वक्ताओं ने प्रशासन की नीतियों, म. प्र. का चिकित्सा के पायदान पर सबसे निचले स्तर एवं चरमराई स्वास्थ सुविधाओं पर बात की। इंदौर शहर के समस्त चिकित्सकों ने एवं उपस्थित सभी कर्मचारी, चिकित्सक संघों के पदाधिकारियों द्वारा महासंघ के किसी भी आंदोलन में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और एकजुटता जाहिर की।
7 फरवरी को पहुंचेगी भोपाल
इस यात्रा की शुरूआत 27 जनवरी को ग्वालियर से हुई है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज से प्रारंभ होकर यात्रा मुरैना, अम्बाह, भिंड, दतिया, शिवपुरी, ओरछा, निवारी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, रतलाम, मंदसौर, उज्जैन, शाजापुर, देवास, इंदौर, ब्यावरा, विदिशा, सागर, दमोह, रायसेन होते हुए 7 फरवरी को भोपाल पहुंचेगी। प्रदेश के 38 जिलों के सीएचसी, पीएचसी,जिला अस्पतलों एवं 13 मेडिकल कॉलेजों में यात्रा का पड़ाव होगा। प्रदेश के चिकित्सकों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार, चिकित्सालयों की बदहाल स्थिति, सुविधाओं का अभाव, वेतन विसंगति और पदोन्नति जैसे मुद्दों को लेकर सभी चिकित्सक संघ एकजुट होकर मध्य प्रदेश में शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले यात्रा निकाल रहे हैं। इन्होने वार्ता विफल होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।