Indore News : मध्य प्रदेश की इंदौर जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां साइबर सेल की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। दरअसल, साइबर सेल की टीम ने ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है जोकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस घटना को अंजाम देते थे। मामले में एक आरोपी सहित निजी बैंक में काम करने वाले कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस गिरोह ने करोड़ों रुपए की हेरा-फेरी की है। फिलहाल, उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। साथ ही आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है। आइए जानते हैं विस्तार से…
जानें पूरा मामला
हाल ही में साइबर सेल टीम को एक गढ़वाल एजेंसी के व्यापारी से शिकायत मिली थी कि उसके साथ 85 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी हुई है। इस शिकायत के आधार पर साइबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह और उनकी टीम ने जांच शुरू की। जिसमें पता चला कि यूपी से इंदौर आकर ऑनलाइन डिलीवरी का काम करने वाले राकेश त्रिपाठी के नाम से इंडसइंड बैंक में एक करंट अकाउंट खोला गया था, जिससे कई करोड़ रुपये के फर्जी ट्रांजैक्शन किए गए हैं। वहीं, राकेश त्रिपाठी से पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि उसका यह खाता इंडसइंड बैंक में काम करने वाले शाहबाज ने खुलवाया था। जिसके बाद साइबर सेल की टीम ने शाहबाज को गिरफ्तार कर लिया है, जो इंडसइंड बैंक की सिया गंज शाखा में बिजनेस डेवलपमेंट के पद पर कार्यरत था। शाहबाज ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह जरूरतमंद लोगों को रुपयों का लालच देकर उनके नाम पर करंट अकाउंट खुलवाता था और फिर उन खातों को ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों को बेच देता था। साइबर टीम ने जांच के दौरान ऐसे 35 खातों को फ्रीज किया है जिनमें ऑनलाइन ठगी के पैसों का ट्रांसफर किया जाता था।
एसपी ने कही ये बात
वहीं, साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि शाहबाज और उसके साथियों ने मिलकर एक करंट अकाउंट को 12 लाख रुपए में दुबई के ऑनलाइन ठग गिरोह को भी बेचा था। फिलहाल, साइबर सेल टीम इस बात की जांच कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं और उनकी ठगी की अन्य घटनाओं का पता लगाया जा सके।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट