Indore News : जीआरपी थाना इंदौर को बड़ी सफलता हासिल हुई है, जिसमें 8 जून 2024 को रेलवे स्टेशन इंदौर यार्ड में खड़ी ट्रेन में मिला अज्ञात महिला के शव की पहचान के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। जीआरपी इंदौर द्वारा अंधे कत्ल की घटना का खुलासा घटनाकारित करने वाला अभियुक्त गिरफ्त में है।
क्या है पूरा मामला
बता दे कि जून की 6 तारीख को यार्ड में खड़ी ट्रेन में अज्ञात महिला का शव मिला था। महिला का शव काले रंग का ट्रॉली बैग और सफेद प्लास्टिक की बोरी में कठै तथा लाल और गुलाबी रंग की शॉल में लपेटकर सीट के नीचे रख पाया गया। अज्ञात महिला की मौत दो-तीन दिन पहले होना प्रतीत हो रहा था। इसी शव का कटा हुआ अन्य भाग दोनों हाथ और दोनों पैर 10 जून 2024 को रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में लक्ष्मीबाई नगर इंदौर के ऋषि के जाने वाली योग नगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस के मध्य में कपलिंग में चावल की प्लास्टिक की बोरी में रखा मिला। महिला के हाथ पैर मीरा बेन गोपाल भाई गुदा हुआ था अज्ञात महिला के शव को अज्ञात आरोपी द्वारा साक्ष्य छिपाने के लिए अलग-अलग ट्रेनों में रखना प्रतीत हुआ जीआरपी थाना इंदौर द्वारा मामले में अपराध पंजीकृत कर विवेचना में लिया प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए संतोष कोरी पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर राजेंद्र कुमार उप पुलिस अधीक्षक इंदौर और निरीक्षक संजय शुक्ला थाना प्रभारी जीआरपी थाने के अन्य स्टाफ साइबर सेल सीसीटीएनएस शाखा डिटेक्टिव शाखा ओर जीआरपी थाना रतलाम मेघनगर के अधिकारी कर्मचारियों को शामिल कर मामले में खुलासा करने और अज्ञात महिला और आरोपी की पतारसी के लिए एसआईटी गठित करते हुए दिशा निर्देश दिए गए।
जीआरपी इंदौर में मिले अज्ञात महिला के शव ओर आरोपी तक पहुचने के लिए टीम ने मृत महिला की पहचान के लिए पंपलेट के माध्यम से मृतक के हलिया तथा हाथ पर लिखा टैटू का प्रचार प्रसार किया और टैटू के पैटर्न जिसमें पता चला कि झाबुआ रतलाम में भाई-बहन का नाम बचपन में मेले में लिखा जाता है। अतः गुजरात से लगे क्षेत्र के आधार पर स्थान पर पंजीबद्ध गुमशुदगी से मिलन किए जाने के लिए सीसीटीएनएस के माध्यम से गुमशुदगी तलाश की गई जो थाना बिलपाक जिला रतलाम की गुमशुदगी गुमशुदा महिला मीराबाई पति भंवरलाल डामर का हुलिया और गुमशुदगी का मिलन होने पर परिजनों से संपर्क कर मृतका के पास मिले सामान ओर हाथ का गोदना बात कर भंवरलाल ने मृतिका को अपनी पत्नी मीराबाई जिला रतलाम की होना बताया।
सामने आए सबूत के आधार पर अध्ययन कर लेने के बाद संदिग्धों से पूछता तथा घटना व आरोपी की तलाश के लिए साइबर सेल और मुखबिरों की सहायता से घटना और अज्ञात आरोपी की तलाश करते हुए संदेही कमलेश निवासी ग्राम पिपरिया थाना बालाबेहट जिला ललितपुर उत्तर प्रदेश जो वर्तमान में लगभग पिछले 15 सालों से हीरा मिल की चाल थाना देवास गेट उज्जैन जिला उज्जैन में रह रहा है उसके बारे में सूचना मिली संदेही कमलेश की पत्नी आरती जो मुख बधिर है।
मूकबधिर विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित की सहायता से पूछताछ करने पर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई और संदेही कमलेश द्वारा घटना के संबंध में गलत जानकारी दी जा रही थी किंतु घटना के साक्षय के आधार पर आरोपी द्वारा घटनाकारित हत्या करना स्वीकार किया हत्या के करण और तरीका बताते हुए रेलवे एसपी संतोष कोरी ने बताया कि म्रतक महिला अपने पति से झगड़ा कर घर से सामान लेकर मथुरा जाने का कहकर निकली उज्जैन के प्लेटफार्म पर अकेली बैठी महिला को आरोपी ने बातों में उलझकर कहा मेरे घर चलो खाना खा लो अभी कोई ट्रेन नही है और अपने घर ले गया जहाँ उसने महिला को घर ले जाकर खाना खिलाया ओर सो गए दूसरे दिन आरोपी की नीयत महिला पर खराब हुई और उसने नशीली चीज महिला को खिलाकर उसकी अस्मत लूटने की कोशिश की महिला पूरी तरह बेहोश नही थी उसने विरोध किया तो पास में पड़े लोहे की वस्तु से महिला पर वार किया जिससे महिला बेहोश बेहोश हो गई आरोपी डरा ओर समझा के महिला मर गई उसके बाद महिला की गला घोंटकर हत्या की ओर बाजार से छुरा ( सतुर ) खरीदकर लाया और महिला के शरीर के टुकड़े कर उसके शव को टिकाने लगाने के मकसद से ट्रेन में रख दिए।
रेलवे पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने कहा कि आरोपी के पकडे जाने के बाद आरोपी से घटना में शामिल सभी चीजें पुलिस ने जप्त की है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट