इंदौर : रंगपंचमी पर ऐतिहासिक गेर दर्ज हो सकती है UNESCO की सांस्कृतिक धरोहर में

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इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इस बार होली पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह नजर आया, दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते दो साल तक लोग त्योहार नहीं मना पाए और जब इस बार यह मौका मिला तो जमकर गुलाल उड़े, अब होली के बाद रंगपंचमी की तैयारिया शुरू हो गई है, 22 मार्च को रंगपंचमी मनाई जाएगी, इंदौर में इसे लेकर खास तैयारियां भी शुरू हो चुकी है, मैदान में इन तैयारियों को अंतिम रूप देने खुद प्रशासनिक अमला और पुलिस अधिकारी उतरे है, इस बार की रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर भी खास रहने वाली है, बताया जा रहा है की इस साल इंदौर की इस प्रसिद्ध गेर में 5 लाख लोग शामिल हो सकते है, वही इस बार यह ऐतिहासिक गेर यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर में शामिल हो सकती है हालांकि इससे पहले वर्ष 2019 में इसे यूनेस्को ने सांस्कृतिक धरोहर में शामिल करने का फैसला किया था लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते गेर को कैंसिल कर दिया गया था। दो साल बाद दुगुने उत्साह के साथ इंदौरवासी गेर के लिए तैयारियां करने में जुटे है।

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इंदौर में निकालने वाली इस गेर के लिए खासी तैयारियां की गई है, जिसमें प्रशासन और पुलिस ने खासे इंतजाम किए है ताकि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी न हो और किसी भी तरह की स्थिति से निपटा जा सके, माना जा रहा है कि स बार गेर में रिकॉर्ड 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे, वही चल समारोह वाले पूरे रास्ते की निगरानी 30 ड्रोन कैमरे करेंगे, इसके साथ 200 से ज्यादा सीसीटीवी और 30 वीडियों कैमरे लगाए जाएंगे, पुलिस के 3 हजार से ज्यादा जवान कार्यक्रम स्थल पर तैनात रहेंगे।

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इंदौर में रंगपंचमी मनाने का कारण इसे होलकर वंश की परंपरा माना जाता है, कहा जाता है कि ये परंपरा होलकर वंश ने शुरू की थी, उन दिनों राजघराने के लोग रंगपंचमी पर बैलगाड़ियों में फूलों और हर्बल चीजों से तैयार रंग और गुलाल को रख कर सड़क पर निकल पड़ते थे, पूरे रास्ते एक दूसरे से मिलने वालों को गुलाल लगाकर बधाई देते थे, लोग पिचकारियों में रंग भर के फेंकते थे, इस परंपरा का उद्देश्य सभी वर्ग के लोगों के साथ मिलकर त्यौहार मनाना था, गेर की परंपरा कभी नहीं रुकी, हालांकि कोरोना संक्रमण के दौरान इंदौर में दो साल गेर नहीं निकाली गई लेकिन अब जब खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम को करने की अनुमति दी है तो पूरा इंदौर रंगपंचमी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।


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Harpreet Kaur

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