इंदौर डबल मर्डर का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, आरोपित गोवा से गिरफ्तार

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Indore News : इंदौर में पिछले दिनों हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने गोवा से गिरफ़्तार किया है। आठ नवंबर को मानसिक रोगी पुलिंद धामन्दे ने अपने पिता रिटायर्ड बैंक अधिकारी के के धामंदे और बहन रमा की मूसली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी आरोपी ने अपने पिता और तीनों बहनों से प्रताड़ित कर इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था।

यह है पूरा मामला

दरअसल, यह पूरी घटना आठ नवंबर की संयोगितागंज थाना क्षेत्र के वसुदैव कुंटुंबकम अपार्टमेंट संवाद नगर की है यहाँ रहने वाले 76 वर्षीय पिता किशोर धामंदे और बहन रमा अरोरा की पुलिंद धामंधे ने मूसली से हमला कर हत्या की थी। दोनों के शव 8 नवंबर को फ्लैट में मिले थे। पुलिस के पहुंचने के पूर्व आरोपित पुलिंद फरार हो गया। पूरे मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर दो टीम बनाकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी आरोपी हत्या करने के बाद अपने पिता के एटीएम कार्ड भी साथ ले गया था पुलिस को उसके बैंक ट्रांजेक्शन से अलग-अलग लोकेशन मिल रही थी।

इंदौर पुलिस को पहले आरोपी की लोकेशन गुजरात के वडोदरा की मिली एक टीम पहुंची लेकिन आरोपी वह से जा चुका था फिर दूसरी लोकेशन गोवा की मिली जहाँ से एटीएम से उसने पैसे निकले थे और गोवा की एक होटल में रूम लेकर फरारी काट रहा पुलिस को आरोपी की लोकेशन मिलते ही इंदौर पुलिस एक टीम गोवा पहुंची वह गोवा पुलिस की मादा से उसे तलाशा गया लेकिन जिस होटल में आरोपी रुका था पैसे ख़त्म हो जाने की वजह से उसे होटल का रूम खाली करना पड़ा और कई दिनों तक उसने गोवा के बीच पर फरारी कटी और आखिरी में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया पूछताछ में आरोपी ने बताया की पिता और तीनो बहने उसे मानसिक रोगी बोलकर प्रताड़ित करती थी जिससे वो परेशान हो गया था और उसी के चलते उसने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।

एसीपी तुषार सिंह ने कहा कि आरोपी को पकड़ने में थाना सहयोगितागंज टीआई के निर्देशन में उप निरीक्षक अरविंद खत्री उप निरीक्षक बृजेंद्र पाठक सहायक उप निरीक्षक टीना पटेल विपिन कामले कालीचरण, लखन शर्मा और अन्य पुलिस स्टाफ की सरहनी भूमिका रही।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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