Indore Rape Case of Disabled Minor in Seva Sansthan : इंदौर में सेवा संस्थान में नाबालिग मानसिक रूप से दिव्यांग किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म का मामला अभी भी पहेली बना हुआ है, शनिवार को विजय नगर पुलिस ने सेवा संस्थान के स्टाफ को पूछताछ के लिए बुलाया लेकिन उन्होंने संस्थान के अंदर नाबालिग के साथ दुष्कर्म होने से इंकार किया है। वही नाबालिग से भी पुलिस ने मूक-बधिर विशेषज्ञ के माध्यम से भी बातचीत करनी चाही लेकिन नाबालिग कुछ भी नहीं बता पाई। नाबालिग के साथ दुष्कर्म का यह मामला पुलिस के लिए चुनौती बन गया है।
परिजनों का आरोप
किशोरी का पीथमपुर (धार) की रहने वाली है, किशोरी जन्म से ही मानसिक दिव्यांग है, उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण परिवार वालों ने चार साल पहले उसे अनुभूति विजन सेवा संस्थान (स्कीम-74) में भर्ती करवा दिया। परिजन खुश थे कि उनकी बच्ची की संस्थान में बेहतर देखभाल हो सकेगी, लेकिन कुछ दिन पहले उनके पास फोन आया कि उनकी बच्ची की तबीयत खराब है। जिसके बाद परिजन संस्थान पहुंचे वहाँ उन्होंने जब बच्ची का डाक्टर्स से चेक अप करवाया तो पता चला कि नाबालिग गर्भवती है। यह सुनकर परिजन सकते में आ गए, वही जब उन्होंने सेवा संस्थान में यह बात बताई तो स्टाफ ने सिरे से इस बात से नकार दिया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म संस्थान के अंदर हुआ है।
स्टाफ ने किया संस्थान में घटना से इंकार
विजय नगर पुलिस ने मामले को लेकर संस्थान की संचालिका चंचल सलारिया और स्टाफ को शनिवार सुबह पूछताछ के लिए विजय नगर थाने बुलाया गया। वही पीड़ित किशोरी को पहचान के लिए उसे स्टाफ के लोगों के फोटो भी दिखाए गए लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बताया जा रहा है कि संस्थान में तीन पुरुष कार्यरत है, जिसमें एक ब्लाइंड म्यूजिक टीचर, एक ड्राईवर और एक कार्यालय पर काम करते है। तीनों भी थाने पहुंचे थे। लेकिन तीनों ने ही घटना में शामिल होने या घटना की जानकारी होने से इंकार किया है।