जबलपुर,संदीप कुमार। ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बेहद जरूरी दवाई के रूप में एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उत्पादन भले ही मध्य प्रदेश में हो रहा है पर इसका लाभ प्रदेश के मरीजों को नहीं मिल पा रहा है,बीते 22 जून को जबलपुर की रेवा हेल्थ केयर कंपनी द्वारा सरकार की मदद से इंजेक्शन का उत्पादन शुरू कर दिया गया था, दावा किया गया था कि अब मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों को कभी भी इंजेक्शन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा,लेकिन समय के साथ यह दावा खोखला साबित हुआ।
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महज 2 महीनों के अंदर ही मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस इंजेक्शन के मरीजों को भटकना पड़ रहा है, इंजेक्शन की कमी के पीछे वजह जो सामने आई है वो वाकई हैरान कर देने वाली थी, मध्य प्रदेश सरकार ने पहले ही दूसरे राज्यों की कंपनियों से इंजेक्शन सप्लाई के लिए अनुबंध कर लिया था, मध्यप्रदेश में जबलपुर की रेवा हेल्थ केयर कंपनी में इंजेक्शन का उत्पादन शुरू किया तो सरकार ने दूसरी कंपनियों के साथ अनुबंध की बात कहकर इंजेक्शन खरीदने से मना कर दिया।
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रेवा हेल्थ केयर कंपनी ने दूसरे राज्यों को इंजेक्शन सप्लाई शुरू कर दी है, मध्यप्रदेश में इंजेक्शन की कमी आई तो जबलपुर की कंपनी ने इंजेक्शन देने से मना कर दिया,ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जबलपुर की रेवा हेल्थ केयर कंपनी और सरकार के बीच पुनः अनुबंध करने की प्रक्रिया चल रही है,अगर यह हो जाती है तो आने वाले 15 दिनों में इंजेक्शन की आपूर्ति जबलपुर जिले में कर ली जाएगी,वही सवाल यह उठ रहा है कि कंपनी को राज्य सरकार ने रातों रात लाइसेंस देकर प्रोडक्शन की इजाजत दी थी तो फिर इस बात पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया कि जबलपुर की यह कंपनी मध्य प्रदेश को इंजेक्शन की सप्लाई में प्राथमिकता पर रखें।