जबलपुर, संदीप कुमार। कोरोना संक्रमण से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भयावह की स्थिति है। बचाव करने की बात प्रशासनिक अधिकारी से लेकर हर वर्ग कर रहा है। कोरोना पॉजीटिव व्यक्तियों से दूरी बनाने के लिए कहा जा रहा है परंतु ग्राम सालीवाड़ा में उसके उलट काम हुआ।
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मेडिकल कालेज से एक कोरोना पॉजिटिव महिला का शव गांव भेज दिया गया और बगैर किसी को सूचना दिए अंतिम संस्कार किया जाना लगा। इसकी खबर जब ग्रामीणों तक पहुंची तो गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इसकी सूचना सरपंच-सचिव को दी गई।इसके बाद सरपंच-सचिव कोविड-19 को ध्यान में रखकर पॉजीटिव मृतिका का अंतिम संस्कार कराया।
मेडिकल कॉलेज की लापरवाही
सालीवाड़ा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैल सकता है जिसका कारण नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज प्रबंधन होगा। सवाल ये कि आखिर कैसे पॉजिटिव महिला का शव घर ले जाने की अनुमति मेडिकल कॉलेज ने दे दी। जबकि नियम है कि कोरोना पॉजिटिव मृतक का अंतिम संस्कार जिला प्रशासन या फिर नगर निगम द्वारा कराया जाता है। इस मामले में मेडिकल प्रबंधन की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आ रही हैं।
मेडिकल कॉलेज में शव रखने की जगह नहीं
नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज में कोरोना मृतकों को रखने की जगह नहीं है। मेडिकल प्रबंधन जिम्मेदारों पर आंच न आए इसलिए पॉजीटिव शवों को घर भेजा रहा है। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा कोरोना संक्रमण का फैलाव हो सकता है।