Jabalpur News : जबलपुर जिले के रामपुर छापर स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय में सोमवार को दूषित खाना खाने के बाद सैकड़ों बच्चे बीमार हो गए थे। आनन-फानन में जिला प्रशासन ने बीमार हुए बच्चों को मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल सहित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। घटना के बाद संभागीय कमिश्नर और कलेक्टर ने तीन लोगों को निलंबित कर दिया था। आज एक बार फिर इसी मुद्दे को लेकर एनएसयूआई आवासीय विद्यालय पहुंची और हॉस्टल में बने हुए खाने को एक प्लेट में पैक किया, और इसके बाद फिर जबलपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे अपर कलेक्टर
बता दें कि एनएसयूआई यह खाना कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से मुलाकात कर उन्हें खिलाना चाह रही थी। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जबलपुर जिला अध्यक्ष सचिन रजक का कहना है कि जब आदिवासी विद्यालय में रहने वाले मासूम बच्चे यह खाना खा सकते हैं तो फिर हम और कलेक्टर क्यों नहीं। सचिन रजक सहित उनके 5 से 6 कार्यकर्ता साथ में थे, जिन्हें की पुलिस ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर ही रोक लिया। इधर जानकारी अपर कलेक्टर नाथूराम को जब लगी तो वह भी एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे।
पुलिस ने कार्यकर्ताओं से ली खाने की प्लेट
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी थे उन्हें निलंबित कर दिया गया है लेकिन एनएसयूआई के कार्यकर्ता इस मांग पर अड़े हुए थे कि जब मासूम बच्चें यह खाना खा सकते हैं तो आप और हम क्यों नहीं। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर को खाना देना चाहा लेकिन उन्होंने नहीं लिया। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने कार्यकर्ताओं से खाने की प्लेट ले ली।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट