कटनी, डेस्क रिपोर्ट। जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती स्थित मंगतराम हॉस्पिटल की कुछ समय पूर्व से ही शिकायत प्रशासन को मिल रही थी। जिस पर 20 अप्रैल 2021 को तहसीलदार रविंद्र पटेल ने अस्पताल के डॉक्टर विशंभर लालवानी और परिवार को क्वॉरेंटाइन कराकर हॉस्पिटल को सील कर दिया था। लेकिन अस्पताल सील होने के बाद भी डॉक्टर अस्पताल के पीछे से मरीजों का रहा था इलाज। कलेक्टर प्रियंका मिश्रा ने औचक निरीक्षण के दौरान मंगतराम हॉस्पिटल के डॉक्टर को पीछे से इलाज करते पकड़ा। कलेक्टर ने मामला दर्ज करने की बात कही है।
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कटनी जिले में करोना कर्फ्यू लगा हुआ है। जिस पर कलेक्टर का साफ निर्देश है कि सभी हॉस्पिटल कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही मरीजों को देखेंगे और कार्य करेंगे। लेकिन कटनी के कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती स्थित मंगतराम हॉस्पिटल के डॉक्टर विशंभर लालवानी के द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का लगातार उल्लंघन किया जा रहा था। जिसको देखते हुए प्रशासन की तरफ से तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर हॉस्पिटल के डॉक्टर विशंभर लालवानी उनके परिवार को क्वॉरेंटाइन करा दिया था। साथ ही हॉस्पिटल को सील कर दिया है। लेकिन सोमवार को कलेक्टर प्रियंका मिश्रा के द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल में गाड़ी खड़ी होने पर हॉस्पिटल के पीछे दरवाजे से इलाज कर रहे डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ा। साथ ही आला अधिकारियों को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।