कटनी, अभिषेक दुबे। मध्य प्रदेश में रेत के वैध ठेकेदारों की जान इन दिनों रेत के अवैध व्यापार करने वालों और माफिया ने खतरे में डाल रखी है। आए दिन झगड़े हो रहे हैं। ताजा मामला कटनी का है जहां रेत का उत्खनन करने वाली विस्टा कंपनी के कर्मचारियों के ऊपर जानलेवा हमला किया गया। आरोपी कंपनी के कर्मचारियों से पैसे की वसूली के लिए पहुंचे थे।
घटना शनिवार सुबह 10 बजे की है। विस्टा कंपनी में काम करने वाले विपिन विलोहा के अनुसार वह अपने साथियों के साथ विस्टा कंपनी के मैस में पिपरिया कला में नाश्ता करने गया था। नाश्ता करके जैसे ही वह बाहर आया तो उसे सड़क पर पुष्पराज, मनोज, रामस्वरूप तिवारी, संतोष व अन्य लोग मिले और उससे रेत की कमाई में से हिस्सा देने की मांग करने लगे। विपिन और उसके साथियों द्वारा मना करने पर उनके ऊपर पत्थर, चाकू और डंडे से हमला कर दिया। तभी वहां प्रदीप पटेल नाम का व्यक्ति आया और उसने भी हमलावरों का साथ दिया। कुछ देर बाद जब हमलावर भाग गए तो पिटे हुए कर्मचारियों ने थाने में जाकर मामला दर्ज कराया जहां पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार यह लोग अपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं और पहले भी इस तरह की वारदातें कर चुके हैं।
यह पहला मौका नहीं जब रेत के वैध ठेकेदारों और अवैध रेत का उत्खनन करने वालों के बीच में वाद विवाद हुआ हो। पिछले दिनों भिंड में तो रेत की रॉयल्टी को लेकर रॉकी गुर्जर नामक युवक की पावरमेक रेत कंपनी के ठेकेदारों ने ही हत्या कर दी थी। दतिया मे रेत कंपनी के कर्मचारियो का तंबू जला उन्हे मारने की कोशिश की गयी थी। साथ ही प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं कि रेत का वैध ठेका करने वालों को रेत का अवैध उत्खनन करने वाले परेशान कर रहे हैं या फिर वैध उत्खनन करने वाले भी उन लोगों को परेशान कर रहे हैं जो नियम कायदों का पालन करके रेत का काम कर रहे हैं। दरअसल कमलनाथ सरकार ने काफी ऊंची दर पर रेत के ठेकों की नीलामी की थी जिसके चलते रेत कंपनियों के सामने अब यह सवाल हो गया है कि वह निवेश किया पैसा कैसे निकाल पाए और इसमें सबसे बड़ा संकट स्थानीय नेता और पहले से रेत का काम करने वाले लोग हो रहे हैं।