Mandu Imli : देशभर में प्रसिद्ध है मध्यप्रदेश के मांडू की इमली, क्या आपने कभी खाई? जानें इसके औषधि गुण

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Mandu Imli

Mandu Imli : मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों में से एक मांडू देशभर में प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से सैलानी घूमने के लिए आते हैं। इतना ही नहीं विदेशी लोग भी यहां सबसे ज्यादा घूमने के लिए आते हैं। मांडू में घूमने के लिए कई सारे ऐतिहासिक धरोहर और मंदिर मौजूद है। इतना ही नहीं यहां प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त उठाने के लिए पर्यटक सबसे ज्यादा आते हैं। मांडू चारों ओर से प्रकृति से घिरा हुआ है। ऐसे में यहां का नजारा बेहद खूबसूरत है।

यहां घूमने के साथ-साथ एक फेमस खाने की चीज भी मिलती है जो देशभर में प्रसिद्ध है। इसे खाने के बाद लोग कभी इसका स्वाद नहीं भूलते। अगर आप भी मांडू आए हुए है या फिर घूमने जाने की सोच रहे हैं तो एक बार मांडू की खुरासानी इमली का स्वाद जरूर चखें। जो लोग मांडू के बारे में जानते है वह खुरासानी इमली को बहुत अच्छे से जानते हैं और इसे खाना भी पसंद करते हैं। ये स्वाद में बेहद स्वादिष्ठ होने के साथ साथ मुंह में पानी ला देती है।

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खेर कुछ लोगों को इसका स्वाद ज्यादा अच्छा नहीं लगता है क्योंकि ये व्हाइट कलर की होती है और ये स्वाद में ज्यादा खट्टी नहीं होती। थोड़ी खटमीठी होती है। ये आम इमली की तरह भी नहीं दिखती। मांडू की इमली दिखने के साथ साथ स्वाद में भी बेहद अलग है। लेकिन जो इसे एक बार खा लेता है वह अपने साथ इसे जरूर लेकर जाता हैं। दूर दूर से कई लोग सिर्फ इसे खाने के लिए घूमने आते हैं। चलिए जानते है क्या है खुरासानी इमली की खासियत।

इमली में मौजूद है औषधि गुण –

इस इमली को खाने से पेट दर्द, पेचिश, कब्ज, हेल्मिन्थस (कृमि) संक्रमण जैसी समस्या दूर होती है। इमली में लीवर संरक्षण, ह्रदय संरक्षण और पेट साफ करने वाले गुण मौजूद है। इसलिए एक बार आप भी इस इमली का स्वाद चख कर देखें।

इतिहास –

मांडू की खुरासानी इमली की बड़ी महत्ता है। मांडू में इस इमली के करीब 1 हजार से ज्यादा पेड़ मौजूद थे। लेकिन अब सिर्फ मांडू में इसके 75 से 100 ही पेड़ मौजूद है। खुरासानी इमली दिखने में सबसे अलग होती है। इसका आकर भी अलग होता है। इसका वृक्ष भी अलग दीखता है। ये डरवना भी है। ग्रामीण लोग इस वृक्ष को भूतिया वृक्ष कहते हैं। क्योंकि जो भी इस इमली के वृक्ष को देखता है वो हैरान रह जाता हैं। लेकिन ये क्षेत्र के गरीब लोगों के रोजगार का भी माध्यम है। लोग जब मांडू आते हैं तो उस पेड़ को देखने और उसके बारे में जानने की जिज्ञासा होती है। ऐसे में खास कर लोगों को यहां कि इमली के औषधि गुण और अन्य बातों को बताया जाता है। ऐसे में लोग इसे यादों के लिए अपने साथ लेकर जाते हैं।

 

 


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Ayushi Jain

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