मंदसौर, डेस्क रिपोर्ट। मंदसौर के जिला आबकारी अधिकारी का एक आदेश चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान को सफल बनाने के लिए साहब 10% की रियायती दर पर शराब बिकवा रहे हैं। आदेश को देख विधायक जी की त्योरियां चढ गई है।
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कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान को लेकर आपने एक खबर कुछ दिन पहले पढ़ी होगी। खंडवा के जिला अधिकारी महोदय कह रहे थे कि बिना वैक्सीन लगाए किसी को शराब नहीं बेची जाएगी। इसका सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी नहीं, केवल शराब पीने वाले की जुबान पर ही ऐतबार किया जाएगा क्योंकि शराबी झूठ नहीं बोलते। चलिए साहब की मंशा तो ठीक थी। लेकिन अब जरा दूसरे साहब को देखिए। मंदसौर के जिला आबकारी अधिकारी अनिल सचान साहब ने देसी शराब की तीन दुकानों सीतामऊ फाटक, भुनिया खेड़ी और पुराना बस स्टैंड पर अपने स्टाफ की ड्यूटी लगा दी है। अब ड्यूटी लगाने की वजह भी सुन लीजिए।
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बुधवार को जिले भर में कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान है और हुजूर ने अपने आदेश में लिखा है कि “लाइसेंसी द्वारा कोविड-19 के दोनों डोज लगवाने का प्रमाण पत्र लाने वाले उपभोक्ता को मदिरा खरीदने पर 10% डिस्काउंट दिया जाएगा।” डिस्काउंट मिलने में कोताही ना हो, इसके लिए बाकायदा तीन अधिकारियों की ड्यूटी भी दुकानों पर लगा दी गई है। साहब ने आदेश में संदर्भ दिया है कि ऐसा कलेक्टर महोदय के निर्देश पर किया जा रहा है।
इस आदेश को देखते ही बीजेपी के वरिष्ठ विधायक यशपाल सिसोदिया का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उनका कहना है कि ना तो शासन की ऐसी मंशा है और ना ही शासन ने कोई ऐसा आदेश जारी किया, फिर आनन-फानन में ऐसा कैसे तय कर लिया गया। यह नवाचार उचित नहीं और ना ही सरकार का निर्णय है। इससे पीने वालों का आकर्षण बढ़ेगा।