मुरैना : अम्बाह जेलर और प्रहरियों पर कैदी ने लगाए गंभीर आरोप

Amit Sengar
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मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना (Morena) जिले के अम्बाह जेल में कैदियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इस बात खुलासा तब हुआ जब एक केदी ने मानव अधिकार आयोग व प्रदेश के डीजीपी से इस बात की लिखित में शिकायत की। कलेक्टर व एसडीएम को भी भेजे इस पत्र में उन्होंने अम्बाह के जेलर अनिरुद्ध नरवरिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लाला उर्फ मोहन तोमर गांव फूट पुरा रुअर तहसील पोरसा आरोपी अंबाह जेल में एक साल से अधिक समय से अंबाह जेल में बंद था।

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शिकायत आवेदन में बताया कि जेल में पदस्थ जेल अधीक्षक अनिरुद्ध नरवरिया, प्रहरी रामशंकर कोरकु, प्रहरी रामप्रताप सिंह भदोरिया और मुख्य प्रहरी शिरोमणि द्वारा मुझे कई बार शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया था जैसे मारपीट करना, पैसे मांगना टॉर्चर करना। जब मैं जेल में आया था तो उसके बाद कई बार मुझे मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान किया जाने लगा। जब इन लोगों का विरोध किया तो मुझे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।जेल में बन्द कैदी ने कई बार सोचा कि आत्महत्या करलूं आत्महत्या को अपराध समझकर हिम्मत नहीं हुई।

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आरोपी ने शिकायत पत्र में बताया कि जो भी अपराध किए हैं मुझे न्यायालय जो भी न्याय का दंड देगा मुझे मंजूर होगा लेकिन जेल में मेरे मौलिक अधिकारों का खनन हो रहा हैं। प्रहरी रामशंकर कोरकु एवं प्रहरी शिरोमणि सिंह एवं प्रहरी रामप्रताप सिंह भदोरिया सभी दस साल से अंबाह जेल पर पदस्थ हैं।जेलर ने चार महीने पहले जेल में बन्द कैदी से इन्वेंटर की बैटरी की मांग की गई थी जेल में बन्द कैदी ने अपने परिजनों से कहा कर जेलर को इनवर्टर की बैटरी दिलवाई।मोहन तोमर ने इस बात का खुलासा किया है कि जेल में मौजूद कैदी को मोबाइल और अन्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है अभी अम्बाह जेल में 4 से 5 मोबाइल कैदी के पास मौजूद है जिस का खुलासा किया है।

मुरैना : अम्बाह जेलर और प्रहरियों पर कैदी ने लगाए गंभीर आरोप

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उन्होंने बताया कि जेल में मोटी रकम देकर कैदी को सुविधाएं मिल रही है चार दिन पहले एक कैदी ओर महिला का ऑडियो शोसल मीडिया पर सुना जा रहा है। बैटरी के लिए दस हजार का भुगतान फोन पे के माध्यम से किया था जिस दुकानदार से बैटरी खरीदी थी उस का बिल भी है ।जेल से बाहर आने के बाद आरोपी ने जेल में बन्द होने के बाद किन किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा ओर जेल में कैदियों के साथ क्या क्या किया जाता है उस की पीड़ा शोसल मीडिया पर वीडियो के द्वारा वाइरल किया गया हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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