MP Tourism : मध्य प्रदेश के एमपी टूरिज्म का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन पचमढ़ी घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून माना जाता है। मानसून के वक्त यहां के नजरें देखने लायक होते हैं। दूर-दूर से पर्यटक पंचमढ़ी हिल स्टेशन घूमने के लिए आना पसंद करते हैं। यहां पर कई सारी जगहें मौजूद है जो बेहद खूबसूरत होने के साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक स्थल और दर्शनीय स्थल को जानने का मौका भी देती है।
अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने आने का प्लान बना रहे हैं और इस मानसून कहीं अच्छी जगह पर घूमने जाने का सोच रहे हैं तो आप पंचमढ़ी जा सकते हैं। यह मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिले में स्थित है। पंचमढ़ी में पांडव गुफा, जटाशंकर, सतपुड़ा राष्ट्रीय अभयारण्य पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। इतना ही नहीं यहां का बी फॉल लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित करता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो ये जगह आपके लिए बेस्ट साबित हो सकती है। चलिए जानते हैं हिल स्टेशन पचमढ़ी के बारे में सब कुछ –
जानें कहां स्थित है MP Tourism का पंचमढ़ी हिल स्टेशन
पंचमढ़ी सतपुड़ा रेंज में 1067 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पंचमढ़ी में घूमने के लिए कई सारी जगह मौजूद है- जैसे ऐतिहासिक स्मारक, झरने, प्राकृतिक स्थल, गुफा, जंगल और कई सारे दर्शनीय स्थल भी यहां पर है। प्राकृतिक प्रेमियों के लिए पंचमढ़ी हिल स्टेशन सुंदरता का अनुभव करवाता है।
जानें कैसे पड़ा नाम पंचमढ़ी
कहा जाता है कि हिंदी शब्द पंच यानी पांच और मढ़ी यानी गुफाओं से लिया गया है। इसी वजह से इस जगह का नाम पंचमढ़ी पड़ा। एक पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत युग के पांच पांडव भाइयों ने अपने 13 वर्ष के निर्वाचन के दौरान पंचमढ़ी की इन गुफाओं को बनाया था। यह गुफाएं पहाड़ी की चोटी पर स्थित है जो पंचमढ़ी के दर्शनीय स्थलों में से एक है।
Pachmarhi में घूमने की जगहें
- पचमढ़ी में बी वॉटरफॉल
- जटा शंकर गुफाएं
- पांडव गुफा पचमढ़ी
- धूपगढ़
- हांडी खोह पचमढ़ी
- महादेव हिल्स पचमढ़ी
- डचस झरना पचमढ़ी
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान पचमढ़ी
- प्रियदर्शिनी प्वाइंट पचमढ़ी
- चौरागढ़ मंदिर पचमढ़ी
ये सभी जगहें बेहद खूबसूरत और इतिहास से भरपूर है। यहां घूमने का लुत्फ़ दूर-दूर से आए पर्यटक उठाते हैं। खास बात ये है कि जिप्सी में घूमते हुए पर्यटकों को पंचमढ़ी की सैर करवाई जाती है।
यहां घूमने का सही समय मानसून माना जाता है क्योंकि तब यहां ना ज्यादा गर्मी न ठण्ड रहती है। इतना ही नहीं मानसून के समय में यहां प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ देखने को मिलता है। यहां का नजारा लोगों को अपना दीवाना बना देता है। ये भोपाल से करीब 250 किमी दूर है।