नक्सलियों ने कराया धमक का अहसास, सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को लगाई आग

Atul Saxena
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बालाघाट, सुनील कोरे। नक्सलियों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सरकार जितनी कोशिश कर रही है नक्सली भी जंगलों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सरकार को जवाब  दे रहे हैं। नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट  के जंगलों में पिछले महीने 13 नवम्बर को अलसुबह दो युवकों संतोष यादव और जगदीश पतले की गोली मारकर हत्या करने के बाद अब नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को जला दिया और पर्चे चिपकाकर 10 दिसंबर को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बंद को सफल बनाने की अपील की है।

बालाघाट के जंगलों में जिस तरह से एक महीने के अंतराल में नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति का अहसास कराया है, उससे बालाघाट पुलिस के न केवल होश फाख्ता हो गये है बल्कि चिंता भी बढ़ा दी है। नक्सली घटनाओं के बाद पुलिस जिले में अलर्ट तो है लेकिन एक के बाद एक नक्सली गतिविधियों और पर्चे मिलने से जिले के जंगलों में बढ़ते लाल आतंक को वह रोक नहीं पा रही है। बालाघाट के पास नक्सलियों से निपटने पर्याप्त सुरक्षाबल के साथ ही हालिया दिनों में दो और कंपनी से पुलिस की ताकत तो बढ़ी है लेकिन वह नक्सली गतिविधियों को रोक नहीं पा रही है और नक्सली पर्चे एवं घटनाओं के माध्यम से लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं ।

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4 दिसंबर की अलसुबह जिले में बड़ी तादाद में पहुंचे नक्सलियों ने मछुरदा और देवरबेली चौकी अंतर्गत सड़क निर्माण में लगी मशीन रोड रोलर को जला दिया। इससे पूर्व नक्सली 13 नवम्बर की अलसुबह कान्हा से लगे मालखेड़ी में पुलिस मुखबिर के शक में दो ग्रामीणों को घर से ले-जाकर उनकी गोली मारकर हत्या कर अपनी धमक जमा चुके हैं। जिसके बाद से कथित पुलिस मुखबिरो में भी नक्सलियों को लेकर भय है और नक्सली की मौजूदगी को लेकर जो खबरें पुलिस सूचना तंत्र को मुखबिरों के माध्यम से मिल रही थी, वह भी अभी नहीं मिल रही है। जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लाल आतंक के मंडराते साये से हर कोई भयभीत नजर आ रहा है। ऐसी स्थिति में नक्सलियों से निपटने में पुलिस चिंतनीय नजर आ रही है।

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बताया जाता है कि 10 करोड़ की लागत से देवरबेली से लेकर मालकुंआ के बीच 12 किमी सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसका ठेका रायसिंग एंड कंपनी द्वारा लिया जाकर निर्माण कार्य किया जा रहा था। जहां सड़क निर्माण के लिए रोड रोलर मशीन चल रही थी। 4 दिसंबर की अलसुबह लगभग 4 बजे लगभग 40 की संख्या में महिला नक्सलियों के साथ हथियारबंद नक्सली वहां पहुंचे और उन्होंने कामरेड जीवा उर्फ मिलिंद तेलबुंडे की हत्या का विरोध करते हुए आगामी 10 दिसंबर को मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य बंद करने की मांग को लेकर रोडरोलर को आग लगा दी।

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रोड रोलर में आग लगाने के बाद बाद नक्सलियों के डर से मजदूर भी वापस भाग गए। सूत्रों की मानें तो अलसुबह पहुंचे नक्सली सुबह 8 बजे तक घटनास्थल पर ही मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने लाल कपड़े में कामरेड जीवा उर्फ मिलिंद तेलबुंडे की हत्या का विरोध किया। लाल कपड़े के साथ लिखे संदेश और पर्चे भी नक्सलियों ने छोड़े हैं । एनएमसी जोनल कमेटी के नाम से छोड़े गये लाल कपड़े में लिखे संदेश और पर्चे मिलने और सड़क निर्माण में लगी मशीन में आग लगाने की घटना के बाद बालाघाट पुलिस सक्रिय हो गई है और घटनास्थल की जानकारी लेकर नक्सलियों के खिलाफ सर्चिंग अभियान को तेज कर दिया है।

नक्सलियों ने कराया धमक का अहसास, सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को लगाई आग

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी रायसिंग एंड कंपनी के वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था। हालांकि अब तक इस मामले में पुलिस की ओर से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन लगातार नक्सली पर्चे, 13 नवंबर को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या और 4 दिसंबर की सुबह सड़क निर्माण में लगी मशीन को जला देने की नक्सलियों द्वारा की गई घटना से एक बार फिर जिले में लाल आतंक की आवाज सुनाई देने लगी है। जो विगत लंबे समय से खामोश थी।

नक्सलियों ने कराया धमक का अहसास, सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को लगाई आग

जिले में दो वर्ष में नक्सलियों से जुड़ी बड़ी घटना

1 – 10 जुलाई 2020 को लांजी क्षेत्र के देवरबेली चौकी अंतर्गत पुजारीटोला में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में पुलिस ने पुरुष नक्सली मंगेश और महिला नक्सली नंदा को मार गिराया था।
2 –  बालाघाट पुलिस ने 17 सितंबर 2020 को 8 लाख के नक्सली बादल उर्फ कोसा को जीवित पकड़ा था।
3 – 6 नवंबर 2020 शुक्रवार को पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली खटिया मोचा दलम के विस्तार प्लाटून नंबर 2 की इनामी महिला नक्सली छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला अंतर्गत पश्चिम बस्तर निवासी 25 वर्षीय शारदा उर्फ पुज्जे को नक्सली मुठभेड़ में रात हुई मुठभेड़ में मार गिराया था।
4 – नक्सलियों ने लगे मालखेड़ी में पुलिस ने पुलिस मुखबिर के शक में संतोष यादव और जगदीश पटले नामक दो ग्रामीणों की 13 नवंबर की अलसुबह 3 बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों युवक 12 नवंबर की शाम घर से गये थे।
5 – 29 नवंबर को सोनगुड्डा-चारघाट नाला के पास मार्ग पर नक्सलियों ने पर्चे मिले थे। इससे पूर्व किस नदी के किनारे नक्सलियों द्वारा फेंके गये पर्चे बरामद किये गये थे।
6 – 4 दिसंबर की सुबह मछुरदा और देवरबेली चौकी अंतर्गत कोरका में सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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