भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना (corona) की दूसरी लहर बेकाबू हो गई है। संक्रमण की चेन को तोड़ना आवश्यक है जिसके लिए राज्य शासन द्वारा बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। वहीं कई जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन (LOCKDOWN) लगाए जा रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों 10 जिले में 1 सप्ताह का प्रतिबंध लगाया गया था। अब कुछ अन्य जिलों में भी 10 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिला आपदा प्रबंधन समितियों की बैठक जारी है। प्रतिदिन बैठक में बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। वहीं 10 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए जिला आपदा प्रबंधन समितियों से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने जिला कलेक्टर को यह निर्देश दिए हैं कि जिले की परिस्थिति को देखते हुए प्रतिबंधित लॉकडाउन लगाया जाए।
जिसके बाद अब पन्ना जिले के सभी नगरीय क्षेत्रों में 15 अप्रैल की सुबह 6:00 बजे तक टोटल लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन की मानें तो इस दौरान जरूरी काम के लिए जनता को छूट दी जाएगी। टीकाकरण, उपचार व्यवस्था सहित अन्य जरूरी काम के लिए लोग घर से निकल सकेंगे। इसके अलावा बाहर घूमने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाएगा।
वही मंडला जिले में भी कलेक्टर द्वारा सभी नगरीय क्षेत्र में 19 अप्रैल की सुबह 6:00 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इस दौरान आवश्यक वस्तु दूध, सब्जी की ख़रीदारी को छोड़कर सभी चीजें प्रतिबंधित रहेगी।
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इसके अलावा देवास जिले में भी सुबह 19 अप्रैल की सुबह 6:00 बजे तक लॉकडाउन बढ़ाए गए हैं। संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने के बाद जिला कलेक्टर द्वारा यह निर्णय लिया गया है। मामले में देवास कलेक्टर का कहना है कि लगातार 20 से अधिक केस सामने आने के बाद यह निर्णय लिया गया है। वहीं टोटल लॉकडाउन की स्थिति में जनता को आवश्यक सुविधाएं छोड़कर अन्य चीजों को प्रतिबंध किया गया है। साथ ही टीकाकरण के लिए जनता को छूट दी जाएगी।
बता दें कि इससे पहले संक्रमण के बढ़ते फैलाव को देखते हुए इंदौर, उज्जैन सहित बड़वानी, राजगढ़, विदिशा में 19 अप्रैल सुबह 6:00 बजे तक टोटल लॉकडाउन घोषित किया गया। वहीं बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों सहित जबलपुर जिले में 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लगाया गया है।