Ralamandal Sanctuary : एमपी टूरिज्म के इंदौर शहर में इन दिनों रालामंडल अभयारण्य पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। दरअसल इस साल सबसे ज्यादा पर्यटक रालामंडल की सैर पर जा रहे हैं। खास बात तो यह है कि बीते दिन यानी 15 अगस्त की छुट्टी पर सबसे ज्यादा पर्यटक रालामंडल अभ्यारण पहुंचे। बताया जा रहा है कि 44 साल के इतिहास में पहली बार 3000 से ज्यादा पर्यटक रालामंडल घूमने के लिए पहुंचे। यह पर्यटकों की संख्या और राजस्व के मामले में वन विभाग के लिए नया रिकॉर्ड बन गया है।
Ralamandal वन विभाग का 44 साल का रिकॉर्ड टूटा
एसडीओ रालामंडल के अनुसार, 15 अगस्त के दिन वन विभाग को 1 लाख 33000 रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, क्योंकि 3000 से ज्यादा पर्यटक आजादी की वर्षगांठ पर अभयारण्य घूमने के लिए पहुंचे। यह दो महीना में तीसरा नया रिकॉर्ड बनाकर तैयार हुआ है। दरअसल जुलाई के महीने में 2765 पर्यटक रालामंडल घूमने के लिए पहुंचे थे। ऐसे में वन विभाग को 1 लाख 5600 रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।
सबसे बड़ी बात यह है कि साल 2023 वन विभाग के लिए सबसे ज्यादा खास रहा है। क्योंकि पहली बार रालामंडल अभ्यारण में इतने लोग घूमने के लिए आना पसंद कर रहे हैं। इससे पहले यहां पर्यटकों की जरा सी संख्या देखने को मिलती थी। लेकिन वन विभाग के कई बदलावों की वजह से अब पर्यटकों को रालामंडल सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है। लगातार वन विभाग नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है।
1979 में रालामंडल पहाड़ी को अभ्यारण घोषित किया गया
इतना ही नहीं एसडीओ द्वारा बताया गया है कि जब पर्यटक कम पहुंचते हैं तब भी गोल्फ कार्ट सफारी का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है। गौरतल है कि 1979 में रालामंडल पहाड़ी को अभ्यारण घोषित किया गया था, तब से अभी तक यहां कई बदलाव किए गए। वहीं 2023 में यहां सबसे ज्यादा बदलाव किए गए, जो पर्यटकों को भी काफी ज्यादा भर रहे हैं।
वहीं लगातार पर्यटकों की संख्या वाला मंडल अभयारण्य को देखने के लिए बढ़ती जा रही है। यहां पर्यटक ट्रेकिंग के साथ-साथ हाइकिंग का भी आनंद उठाते हैं। यह जगह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां कई तरह के वन्य पक्षियों का दीदार करने का मौका भी पर्यटकों को मिल जाता है। इतना ही नहीं कई तरह के पेड़ पौधों को निहारने का मौका भी पर्यटकों को मिलता है। प्राकृतिक प्रेमियों के लिए यह जगह सबसे ज्यादा सुंदर और अच्छी मानी जाती है।