होली पर चढ़ा चुनावी रंग : बाजार में सजी मोदी और बाहुबली पिचकारी

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सीहोर। अनुराग शर्मा| जिले में होली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, जिले में होली की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैँ। पूरे शहरवासी होली के रंग में रंगना चाहते हैं, इसके लिए रंगों के पर्व होली के लिए बाजार सजने लगे हैं। रंग उत्सव के लिए इस बाजार में काफी कुछ नया है। 

पिचकारी में टेक्रोलॉजी का रंग पहले की तुलना में ज्यादा दिख रहा है। इससे रंग निकलते ही गीत संगीत की धुन बजेगी और एलईडी लाईट जलेगी। बाजार में बच्चों की पसंद को देखते हुए अन्य तकनीक, डिजाईन ओर मुद्राओं वाली पिचकारियों के साथ-साथ मुखौटे और बलों की रंगी-बिरंगी बिग भी उपलब्ध है। होली पर सबसे अधिक खरीदी पिचकारियों और रंगों की होती है, इसे देखते हुए कारपोरेट कंपनियों ने बच्चों को आकर्षित करने वाली पिचकारियां बाजार में उतारी हैं, कार्टून और सीरियल के पात्रों वाली पिचकारियों के साथ ही इलेक्ट्रानिक पिचकारी भी बाजार में उपलब्ध है। बाजार में सिंथेटिक रंग-गुलाल के साथ ही एक दर्जन कंपनियों ने हर्बल रंग और गुलाल भी उतारे हैं, इनकी कीमत साधारण रंग और गुलाल से ज्यादा है। शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण इलाकों के ग्राहक भी इनकी मांग कर रहे हैं। दो साल पहले तक होली के बाजार पर लगभग चीन का कब्जा था, लगभग 80 फीसदी पिचकारी चीनी होती थी, अब इनकी संख्या 30 फीसदी रह गई है। 

क्षेत्र में होली की तैयारियां शुरू हो गई हैं, चौराहों पर जहां होली के डंडे पहले ही गढ़ चुके हैं, वहीं बाजार में पिचकारी और रंगों की दुकानें सज गई हैं। जिले में होली को मुख्य त्यौहार की तरह मनाया जाता है। बसंत पंचमी के बाद से ही गांवों में होली के लोकगीत गाने शुरू हो जाते हैं, चोपाई की विद्या में इन लोकगीतों को गया जाता है, इस दौरान लोकनृत्य भी जमकर होता है, हालांकि यह परम्परा धीरे-धीेरे घटती जा रही है। आगामी दिनों में होली का उत्साह धीरे-धीरे परवान चढ़ेगा। 

देश में हर त्यौहार पर एक अपना अलग ही महत्व होता है। हर त्यौहार अपने साथ नई उमंग नई तरंगे और खुशी के नए रंग लेकर आता है, ऐसा ही प्रमुख त्यौहार है होली। इस साल होली का पावन त्यौहार 20-21 मार्च को मनाया जाएगा। पहले दिन यानि 20 मार्च को फागुन शुल्क पूर्णिमा को विशेष मुहूर्त में होलिका दहन किया जाएगा। अगले दिन से आपसी संबंधों में रंगों गुजियां भरने के लिए फाग गीतों की धूम के बीच एक-दूसरे को रंग-गुलाल और अबीर लगाकर धूलेंडी मनाएंगे। 

होलिका दहन की तैयारी के लिए शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के युवा होलिका दहन की सामग्री जुटाने में लगे हैं, कोई लकड़ी एकत्र कर रहा है तो कोई गाय के गोबर के कंडे एकत्र कर रहा है। अनेक ग्रामों में होलिका का रूप भी दिया जाना लगा है, क्योंकि होली में मुश्किल से 9-10 दिन शेष हैं। 

जिले के प्रसिद्व अंक ज्योतिष पंडित गणेश शर्मा ने बताया कि होली के दिन रंगों के माध्यम से सारी बुराईयों मिट जाती है ओर सब एक रंग के हो जाते हैं। हिन्दू धर्म शास्त्रों में होली पूजन के महत्व को विस्तार से बताया गया है, श्री शर्मा ने बताया कि होली की पूजा करने से घर में सुख-शांति समृद्वि प्राप्त होती है। होली के दिन होलिका पर हल्दी का टीका लगाना चाहिए, एक लौटा जल चढ़ाना चाहिए और सात बार होली की भी परिक्रमा करना चाहिए। 

रंगों के उत्सव होली का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। हर एक का मन जोश-खरोश के साथ लाल, नीले, हरे, पीले रंग में रंगने को तैयार है।  बच्चों के साथ पैरेंट्स में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। यही कारण है कि मार्केट में बच्चों के साथ माता पिता पिचकारी लेने पहुंच रहे हैं। होली को देखते हुए मार्केट भी पूरी तरह से गुलजार हो चुका है। मार्केट में  मोदी जी और बाहुबली का कब्जा है। इसके अलावा डोरेमोन टैंक, ट्रॉली पिचकारी, म्यूजिकल ड्रैगन, छोटा भीम पिचकारी की जबरदस्त डिमांड देखी जा रही है। शॉपकीपर बताते हैं कि होली हो भले ही अभी सात दिन शेष हों, लेकिन बच्चे अभी से अपने पैरेंट्स के साथ पिचकारी लेने आ रहे हैं।

समय के साथ पिचकारी भी हाइटेक होती जा रही है। इस समय पिचकारी के बाजार में इतने कलेक्शन मौजूद हैं कि लोग खरीदने में कंफ्यूज हो रहे हैं। शहर के बद्री महल चौराहा मैंन रोड, गांधी रोड स्थित पिचकारी की शॉप्स पर भीड़ नजर आ रही है। जहां सभी बच्चे अपने पैरेंट्स के साथ अपनी पसंद की पिचकारी लेने में एक्साइटेड नजर आ रहे हैं। वहीं होली के लिए मुखौटे एवं कलरफुल टोपियां, कुंडल भी बच्चों को खूब लुभा रहे हैं। दुकानदार बताते हैं कि बच्चे सबसे अधिक कार्टून बेस्ड पिचकारी पसंद कर रहे हैं। बच्चों के लिए स्पाइडरमैन पिचकारी भी खास है। यह स्पाइडरमैन की तरह स्ट्रांग और बड़ी है। इसमें स्पाइडरमैन की फोटो टैंक पिचकारी में लगी हैं। इसमें बच्चे 2 लीटर रंग भरकर खेल सकते हैं। छोटा भीम बच्चों की खास चॉइस को देखते हुए शॉप्स में डोरेमोन, बैनटेन, पॉकीमेन, छोटा भीम, मोटू-पतलू, टॉम एंड जैरी, ड्रैगन की पिचकारी मौजूद हैं, जो बच्चों को खूब पसंद आ रही है। बच्चों को अट्रैक्ट करने के लिए कलरफुल बाल और कई प्रकार की फैंसी मूंछे, टोपी, कानों में कुंडल एवं बालियां वू चिपकाने वाली पूंछ आई हैं। इसे देख बच्चे एक बार में ही परचेज कर रहे हैं।.

होली पर चढ़ा चुनावी रंग : बाजार में सजी मोदी और बाहुबली पिचकारी

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