Rahul Gandhi MP Visit : राहुल गांधी ने ओबीसी आरक्षण पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर जातिगत जनगणना (cast census) कराएंगे। मध्य प्रदेश में अपने पहले चुनावी दौरे पर उन्होने शाजापुर के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी सरकार और शिवराज सरकार को जमकर घेरा। इस दौरान उन्होने महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण और जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सबसे पहले ये काम किया जाएगा।
कांग्रेस सरकार बनने पर होगी जातिगत जनगणना
राहुल गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान का एक्सरे करना होगा। ये सबका हिंदुस्तान है और हमारा पहला काम कास्ट सेंसस होगा। ओबीसी कितने हैं और उनकी भागीदारी कितनी होनी चाहिए ये सबसे बड़ा सवाल है और कांग्रेस की सरकार बनने पर ये काम सबसे पहले होगा। इसी के उन्होने पीएम नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि वो ओबीसी को भागीदारी नहीं देना चाहते हैं, उन्हें सच्ची शक्ति नहीं देना चाहते हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि सबकी भागीदारी हो। ये सबका हिंदुस्तान है, सिर्फ दो तीन उद्योगपतियों का नहीं है। अगर हमें सच में हिंदुस्तान को शक्ति देनी है तो जातिगत जनगणना जरुरी है।
बीजेपी पर जमकर हमला
कालापीपल विधानसभा के पोलायकला में जन आक्रोश यात्रा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है, एक तरफ कांग्रेस है और दूसरी तरफ आरएसएस तथा बीजेपी है। एक तरफ गांधीजी दूसरी तरफ गोडसे है। एक तरफ नफरत हिंसा अहंकार है और दूसरी तरफ मोहब्बत आदर भाईचारा है। उन्होने कहा कि जहां भी बीजेपी वाले जाते हैं, नफरत फैलाते है गुस्सा पैदा करते हैं। उन्होने कहा कि अब मध्य प्रदेश का युवा, मध्य प्रदेश का किसान इनसे नफरत करने लग गया है। जो उन्होने जनता के साथ किया अब जनता उनके साथ कर रही है। इसीलिए हमने ये 7 जन आक्रोश यात्राएं मध्य प्रदेश में निकाली है। इससे पहले भारत जोडो यात्रा में हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलें। मध्य प्रदेश से पैदल निकले..लगभग 370 किलोमीटर हमारी यात्रा मध्य प्रदेश में चली। हम किसानों युवाओं माताओ बहनों से मिलें।
‘मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का एपिसेंटर बना’
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब वो मध्य प्रदेश से गुजरे तो यहा के लोगों ने उनके दो तीन बातें कहीं। पहली बात ये कि मध्य प्रदेश हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का एपीसेंटर है। जितना भ्रष्टाचार बीजेपी के लोगों ने मध्य प्रदेश मे किया है, उतना पूरे देश में नहीं हुआ। मिड डे मील, स्कूल यूनिफॉर्म, महाकाल कॉरीडोर में बीजेपी ने पैसा चोरी किया। व्यापमं घोटाले ने एक करोड़ युवाओं को नुकसान पहुंचाया। यहा एमबीबीए की सीट बेची जाती है, पेपर लीक किए जाते हैं। दूसरी बात किसानों ने कही.. उन्होने बताया कि सरकार फसलों के सही दाम नहीं देती है। राहुल गांधी ने कहा कि आप छत्तीसगढ़ के किसी भी किसान से पूछिए कि वहां धान के लिए कितना पैसा कांग्रेस की सरकार देती है। हमने 2500 रूपये धान के लिए देने का वादा किया था और छत्तीसगढ़ में पूरा करके दिखा दिया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक में कर्जमाफी की घोषणा की और उसे लागू भी किया। मध्य प्रदेश में कमलनाथ जी कर्जमाफी कर रहे थे लेकिन आपको धोखा देकर यहां बीजेपी ने सरकार बना ली।
बीजेपी को बताया किसान विरोधी
उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश में पिछले 18 साल की बीजेपी शासनकाल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। तीन किसान हर रोज मध्य प्रदेश में मरते हैं। ये बीजेपी की सरकार है, क्योंकि ये चुने हुए लोगों के लिए काम करते हैं। पहली बार किसान टैक्स दे रहा है। इन्होंने जीएसटी लागू किया और किसानों के लिए काले कानून लेकर आए। इनकी मंशा किसानों को दबाने की है। उन्होने कहा कि मोदी जी कहते हैं किसानों के फायदे के लिए वो ये काले कानून लाए हैं। अगर उनके फायदे के लिए है तो किसान सड़क पर क्यों उतरे हैं।
उन्होने कहा कि मोदी जी कहना चाहते थे कि किसानों को कोई समझ नहीं है। किसान अपने हित को नहीं जानते। वो कहना चाहते थे कि हिंदुस्तान के दो तीन अरबपति..अडानी जी किसान को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हैं। जिन राज्यों में हमारी सरकारें है वो गरीबों के लिए कमजोर वर्ग के लिए काम करती है। कर्नाटक में हमने 5 गारंटी दी। वहां महिलाएं बस में जाने के लिए एक रूपया नहीं देती हैं। हर महीने उनके बैंक अकाउंट में सीधा पैसा आता है। छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्जा माफ किया, उन्हें फसलों के सही दाम मिलते हैं। राजस्थान में स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, 15 लाख का फ्री में इलाज होता है, मुफ्त दवाएं मिलती हैं। उन्होने कहा कि सरकार जनता के लिए चलनी चाहिए, किसी संगठन या बड़े उद्योगपति के लिए नहीं चलनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि ऐसी सरकार हम मध्य प्रदेश में बनाना चाहते हैं। कमलनाथ का काम आपने देखा है, वो काम करना जानते हैं। जो काम उन्होने शुरु किया था, वो मध्य प्रदेश में करने जा रहे हैं।
फिर लिया अडाणी का नाम
राहुल गांधी ने कहा कि जब मैंने संसद में संसद में अपने भाषण में अडाणी का नाम लिया, वैसे ही बीजेपी ने मेरी लोकसभा सदस्यता खतम कर दी। आप सोचिए अडाणी जी की रक्षा करने के लिए एकदम मेरी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। उन्होने कहा मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जो करना है कर लीजिए, मैं सच बोलता हूं। देश के सामने में एक सच्चाई अडाणी जी हैं…हर जगह आपको वो दिखाई देंगे। अडाणी जी किसानों की जेब में से हर रोज पैसा ले रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, डीजल, पेट्रोल, फर्टिलाइजर में आपकी जेब से पैसा निकलता है और इन उद्योगपतियों के पास जाता है। उन्होने कहा कि रिमोट कंट्रोल अडाणी जी के हाथ में है, वो पीछे से दबता है।
महिला आरक्षण में OBC आरक्षण का मुद्दा उठाया
महिला आरक्षण को लेकर उन्होने कहा कि हमने दो सवाल उठाए लेकिन उसका कोई जवाब बीजेपी ने नहीं दिया। दो बातें हमने उठाई। महिला आरक्षण करना चाहिए लेकिन इसमें बीजेपी ने दो लाइनें लिखी है, हमने उन्हें हटाने की मांग की। पहली बात ये कि बीजेपी ने लिखा कि महिला आरक्षण से पहले सर्वे करने की जरुरत है। दूसरी लाइन जो हमने हटाने की मांग की वो ये कि महिला आरक्षण करने से पहले डिनोटिफिकेशन करना है। इन दो बातों से ये होगा कि महिला आरक्षण दस साल बाद होगा, आज नहीं होगा। हमने कहा पहले इन दो लाइनों को बदलिये।
इसके अलावा हमने और महत्वपूर्ण बात कही और सवाल पूछा। हमने पूछा कि महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं है। नरेंद्र मोदीजी कहते हैं हम ओबीसी के लिए काम करते हैं, हम ओबीसी के नेता हैं..तो महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं दिया। मैंने आंकड़े देखे और हैरान हो गया। मोदी जी कहते हैं कि बीजेपी में ओबीसी के एमएलए और एमपी है। पहली बात ये कि कांग्रेस के 4 में से 3 मुख्यमंत्री ओबीसी हैं। लेकिन आप संसद में बीजेपी के किसी भी एमएलए या एमपी से पूछ लीजिए कि जब कानून बनाए जाते हैं तो आपसे कुछ पूछा जाता है क्या। राहुल गांधी ने कहा कि कानून आरएसएस वाले बनाते हैं। कानून अफसर बनाते हैं। बीजेपी के विधायक और सांसद कानून नहीं बनाते हैं।
’90 अफसर चलाते हैं हिंदुस्तान की सरकार’
राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई ये है कि हिंदुस्तान को 90 अफसर चलाते है। कैबिनेट सेक्रेटरी और सेक्रेटरी ऑफ गर्वनमेंट ऑफ इंडिया हिंदुस्तान की सरकार को चलाते हैं। 90 लोग ये कानून बनाते हैं और ये निर्णय लेते हैं कि कितना पैसा कहां जाएगा। अब एक सवाल ये कि बीजेपी की 10 साल की सरकार में इन 90 अफसरों में कितने ओबीसी अफसर हैं ? उन्होने कहा कि इन 90 अफसरों में सिर्फ 3अफसर ओबीसी के हैं। देश में लगभग 50 प्रतिशब आबादी ओबीसी की है लेकिन उनकी भागीदारी सिर्फ 3 अफसरों की है। और आज से दो तीन साल पहले तीन अफसर भी नहीं थे। मोदी जी के सरकार में तीन साल पहले शून्य अफसर ओबीसी के थे। मोदीजी ओबीसी के लिए, दलितों आदिवासियों के लिए काम नहीं करते हैं। वे सिर्फ आपका ध्यान इधर उधर करते हैं।
उन्होने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार का बजट लाखों करोड़ों का है। इन तीन ओबीसी अफसरों की भागीदारी कितनी है। ये बजट में कितने रूपये पर निर्णय लेते हैं। तकरीबन 45 लाख करोड़ का बजट है और पूरे बजट में सिर्फ 5 परसेंट की भागीदारी ओबीसी अफसरों के पास है। 90 में से 3 ओबीसी अफसर सिर्फ 5 परसेंट बजट को कंट्रोल करते हैं। मोदीजी ओबीसी की सरकार नहीं चलाते.. उनका जो काम आरएसएस ने दिया है वो आपका ध्यान इधर उधर करने का है, नफरत फैलाने का है, हिंसा फैलाने का है। राहुल गांधी ने कहा कि ओबीसी की सरकार नहीं है और जब भी मैं ये बात कहता हूं मेरी बात दबाने की कोशिश की जाती है। जो देश की सच्चाई है, उसे कोई दिखाना नहीं चाहता। उन्होने कहा कि बीजेपी सिर्फ जनता के बीच नफरत फैलाने और उन्हें बांटने का काम कर रही है लेकिन कांग्रेस हमेशा से कमजोर वर्ग के साथ खड़ी रहती है। राहुल गांधी ने कहा कि हम हमेशा युवाओं, गरीबों, महिलाओं, ओबीसी, दलितों, आदिवासियों के साथ हैं और कांग्रेस की सरकार बनने पर इनके हित के लिए योजनाएं बनाई और लागू की जाएंगी।
हिंदुस्तान का एक्सरे करने का समय
राहुल गांधी ने कहा कि अब वो समय आ गया है कि हमें हिंदुस्तान का एक्सरे करना है। ये पता लगाना है कि अगर 90 अफसर हिंदुस्तान को चला रहे हैं और सिर्फ 5 परसेंट भागीदारी ओबीसी को मिल रही है तो क्या उनकी आबादी सिर्फ 5 परसेंट है ? अगर उनकी आबादी 50 परसेंट है तो उनकी भागीदारी सिर्फ 5 परसेंट क्यों है, 50 परसेंट क्यों नहीं है। उन्होने कहा कि जब मैं ये सवाल करता हूं तो बीजेपी को लोग कांपने लग जाते हैं। मोदीजी भाग जाते हैं, अमित शाह जी हिंदू मुस्लिम करने लगते हैं। आज हिंदुस्तान के सामने बड़ा मुद्दा है कास्ट सेंसस और कांग्रेस की सरकार बनने पर हम सबसे पहला काम जातिगत जनगणना कराएंगे।
उन्होने कहा कि कांग्रेस ने कास्ट सेंसस कराया था और बीजेपी के पास वो सारे आंकड़े हैं। पीएम मोदी के पास वो आंकड़े हैं और वो जानते हैं कि देश में किस कास्ट की कितनी आबादी है, ओबीसी कितने हैं ये बीजेपी सरकार जानती है। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ये बताना नहीं चाहते कि ओबीसी आबादी कितनी है। वो आपको भागीदारी और सच्ची शक्ति नहीं देना चाहते हैं। बीजेपी आपके लोगों को विधानसभा में बिठा देते हैं और फिर उन्हें चुप करा देते हैं। हम चाहते हैं सबकी भागीदारी हो इसीलिए हमारी सरकार बनते ही पहला काम कास्ट सेंसस होगा। अगर हमें सच में हिंदुस्तान की जनता को शक्ति देनी है तो हमें हिंदुस्तान का एक्सरे कराना होगा, जो हम कराएंगे।