उप चेकपोस्ट पर अवैध वसूली मामले में चालकों ने किया खुलासा

एक बार का तीन, महीने भर का 5 हजार का टोकन, आरटीओ उपचेकपोस्ट पर अवैध वसूली चरम सीमा पर

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Singrauli News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के सीमावर्ती आरटीओ के उप चेकपोस्ट पर हो रही वसूली को लेकर छत्तीसगढ़ प्रांत के बिलासपुर कोटा से चारकोल लेकर आ रहे टिपर वाहन के चालकों ने चौकाने वाला भेद खोला है। उप चेकपोस्ट पर जबरन की जा रही वसूली पर ऐसा सनसनी खेज चालकों ने खुलासा किया है । जिसको सुनकर हर कोई अचंभित है।

क्या है पूरा मामला

बीते दिन रविवार को छत्तीसगढ़ प्रांत के बिलासपुर कोटा से करीब आधा दर्जन कोलवाहन चारकोल को लेकर गोरबी जाना था। चारकोल वाहन के सभी चालक नए थे। उन्हें रूट पता नही था। जिस कारण अनपरा से न होकर करौटी चेकपोस्ट को क्रॉस कर बैढन के रास्ते से गोरबी जा रहे थे। हालांकि चारकोल परिवहन करते बिल्टी वैध थी लेकिन रूट गलत था। इस बीच चेकपोस्ट करौटी पर दोपहर करीब 1 बजे से लेकर 3:30 बजे सभी चारकोल वाहनों को वसूली बाज गैंग ने खड़ा करा रखा था। वाहन चालकों से बॉर्डर क्रॉस करने के एवज में पाँच-पाँच हजार रूपये नजराना वसूला है। वहीं कोतवाली पुलिस ने भी वाहनों को पकड़ा और पाँच-पाँच हजार रूपये का जुर्माना लगा दिया। बैढन एनसीएल ग्राउंड बिलौजी में सभी चारकोल वाहनों को कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई के लिए खड़ा किया था। इसी बीच मीडिया कर्मियों के सामने वाहन के चालकों ने चौकाने वाला सनसनी खेज खुलासा किया है।

उप चेकपोस्ट पर अवैध वसूली मामले में चालकों ने किया खुलासा उप चेकपोस्ट पर अवैध वसूली मामले में चालकों ने किया खुलासा

चालकों ने आरटीओ उप चेकपोस्ट करौटी पर हो रह वसूली को लेकर प्रभारी एवं आरक्षकों पर गंभीर आरोप लगाया है। बताया कि यदि नये वाहन है और सभी दस्तावेज पूर्ण कर चल रहे हैं। उनसे भी वसूली की जाती है। चेकपोस्ट पर निर्धारित शुल्क अदा न करने पर कई घण्टों तक यहाँ तक की दो से तीन दिन तक जांच के नाम वाहन खड़ा करा देते हैं। एक चालक ने यहाँ तक बताया कि 10 वर्षाे से सिंगरौली जिले में वाहनों को लेकर आना-जाना कर रहा हूं। सभी चारों उप चेकपोस्ट पर वाहन प्रवेश करते ही वसूली शुरू हो जाती है। इतनी एंट्री नही है। यहां की भाजपा सरकार में लूट-खसोट मची हुई है। कोई भी नेता सांसद एवं विधायक इस अवैध वसूली पर लगाम कसने के लिए आवाज नही उठाते। चेकपोस्ट पर वसूलीबाजों के मंसा मुताबिक सुविधा शुल्क अदा कर दीजिए , इसके बाद वाहन को चेक नही करेंगे की उसमें क्या सामग्री लदी है। यहाँ सिर्फ पैसों का राज है। चालकों ने यह भी बताया कि यदि वसूली का कोई भी विरोध करता है तो वहां के वसूली बाज मारपीट करने पर उतारू हो जाते है। इधर चेकपोस्ट प्रभारी निरीक्षक के कार्यकाल में वसूली दर बढ़ा दिया गया है। इसके लिए अलग-अलग कलर के गेटपास बनाए गए है। जिसमेें कोडवर्ड उल्लेख रहता हैं और इसी के आधार पर वसूली की जाती है।

एक बार का तीन, महीने का पाँच हजार एंट्री फिक्स

चेकपोस्ट खनहना, करौटी,जयंत एवं मटवई गेट तेलगवां से मालवाहकों के लिए गेटपास (कूपन) अलग-अलग कलरों में तय किया गया है। चालक ही बताते है कि एक बार यदि कोई वाहन चालक सामग्री लेकर एमपी के सीमा में प्रवेश किया तो उसे तीन हजार रूपये चेकपोस्ट पर भुगतान करना पड़ेगा। वही महीने भर के लिए पाँच हजार रूपये फिक्स है। आगे बताया कि बीते रविवार को गेटपास मिला है। जिसक रजि. संख्या 2118 हैं और वाहन क्र. भी उल्लेख है।पाँच-पाँच हजार रूपये लिया गया और गेटपास पीले कलर का है। उसमे कोडवर्ड भी उल्लेख है। वही अन्य वाहनों के लिए भी टोकन गेटपास का कलर अलग है। चालकों ने इस वसूली को लेकर भारी नाराजगी जाहिर कर प्रदेश सरकार को ही आड़े हाथों लिया है।

सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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