बीजेपी नेता ने साधा दिग्विजय सिंह पर निशाना, कहा- किसान भोले भाले है, तभी इतने दिनों तक उनपर जुल्म हुए

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कृषि बिल (Agricultural bill) के विरोध में पूरे देश के किसान आंदोलन (Peasant movement) कर रहे हैं, जिस आंदोलन को अब एक महीना पूरा हो चुका है। ऐसे में अभी तक किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार डटे हुए हैं। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Rajya Sabha MP Digvijay Singh) ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसा है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के किसान कृषि कानून का विरोध (Farmers opposing the agricultural law) कर रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश के किसान (Farmers of Madhya Pradesh) तो भोले भाले है ही, लेकिन कांग्रेसी भी सो रहे हैं। दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद बीजेपी नेता विश्वास सारंग (BJP leader Vishwas Sarang) ने कांग्रेस पर तंज कसा है।

विश्वास सारंग ने किया ट्वीट


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।