मुरैना, संजय दीक्षित। सुमावली प्रत्याशी ऐदल सिंह कंसाना के निज निवास व्हाइट हाउस पर आम सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ की सरकार किसने गिराई है, कोई कह रहा है कि नरोत्तम मिश्रा ने गिराई है, कोई कह रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गिरायी है, लेकिन यह सब गलत है। एदल सिंह से हमारी पुरानी दोस्ती है और मैं कसम खाकर कह रहा हूं कि कांग्रेस की सरकार गिराने में सुमावली प्रत्याशी ऐदल सिंह कंसाना का हाथ है।
एक कहावत है “यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी”। जब कमलनाथ की सरकार बन रही थी और शपथ ग्रहण हो रहा था, उस समय ऐदल सिंह को मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया था।उस समय हम दोनों अकेले बैठे थे। मैं विपक्ष में था और ऐदल सिंह सरकार में होकर भी विपक्ष में बैठे थे। उसी दिन सरकार गिराने का बीजारोपण हुआ। मुझे बताया गया कि ऐदल सिंह के लड़कों ने चंबल पर हाईवे को जाम कर दिया था लेकिन उन्होंने वहां से मना किया कि ऐसा मत करो। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने भाई भतीजे को मंत्री बना दिया। हम दोनों एक दूसरे के गम बांट रहे थे। मुझे गम इसका था कि मेरी सरकार नहीं बनी और ऐदल सिंह को गम था कि सरकार बनी लेकिन मंत्री नहीं बने। आग दोनों तरफ लगी हुई थी। पार्टी के लोग बदलते रहे लेकिन हम दोनों भाई एक परिवार की तरह रह रहे थे। ऐदल सिंह का संघर्ष सुमावली के विकास और किसानों के लिए संघर्ष था। जब भी कमलनाथ के पास जाते कि सुमावली का विकास किया जाए, लेकिन वहां से गुस्से में आते तो कहते थे कि चलो चलो इनका हमेशा खजाना खाली रहता है। जब भी सड़क, बिजली और पानी की बात करो तो इनका हमेशा खजाना ही खाली रहता है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि 10 दिन में 2 लाख रुपए का किसानों का कर्जा माफ कर देंगे नहीं तो मुख्यमंत्री को बदल देंगे ,लेकिन आज तक किसी के खाते में 2 लाख तक की राशि नहीं आई है। जो किसान और युवाओं को धोखा दे उसको गद्दारी कहते हैं। जब-जब स्वाभिमान व्यक्ति के सम्मान के साथ चोट होगी तो सत्ता बदल जाएगी।