भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में विधानसभा की 28 सीटों (28 seats of assembly) पर उपचुनाव (by-election) 3 नवंबर को होना है। इससे पहले रविवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा। चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पार्टी के नेता अपनी पूरी ताकत के साथ जनसभा के साथ के द्वारा जनता को साधने की कोशिश करेंगे। वहीं आखिरी दिन की पार्टियों की रणनीति में भी बदलाव देखने की उम्मीद है। एक तरफ जहां सीएम शिवराज (CM Shivraj) आज 4 सीटों पर जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ (kamalnath) का सारा ध्यान ग्वालियर-चंबल (gwalior-chambal) वाले इलाके में लगा हुआ है।
दरअसल रविवार शाम 6:00 बजे उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा। 9 घंटे तक पार्टी के नेता पूरी कोशिश के साथ अधिक से अधिक सीटों पर पहुंचकर जनसंवाद की कोशिश करेंगे। बीजेपी के तमाम नेता अंतिम दिन रोड शो करेंगे और ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जनता तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। वहीं शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। वह हाटपिपलिया (hatpipaliya) और उसके आसपास के इलाकों में जनसभा को संबोधित करेंगे।
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जबकि दूसरी तरफ कमलनाथ का सारा ध्यान ग्वालियर-चंबल संभाग के 16 सीटों पर लगा है। इसके लिए रविवार को मुरैना से जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ जहां बीजेपी सरकार की खामियों को बताएंगे। वहीं उसी के दौरान ग्वालियर-चंबल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दिग्विजय सिंह भी बामोरी कार्यकर्ताओं की आम सभा को संबोधित करेंगे।
एक तरफ जहां बीजेपी (bjp) कांग्रेस के 15 महीने की सत्ता की खामियों को जनता के सामने रख रही है। वही अपने 15 महीने में किए कार्यों को भी जनता को बता रही है। जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस (congress) बिकाऊ वर्सेस टिकाऊ के मुद्दे पर अटल है। कांग्रेस लगातार जनता के बीच यह बात रख रही है कि कैसे पिछले दरवाजे से सौदेबाजी कर शिवराज सिंह और बीजेपी ने प्रदेश में अपनी सरकार बनाई है। कांग्रेस के कुछ नेता का कहना है कि नेता बिकाऊ हो सकते हैं लेकिन मतदाता कभी बिकाऊ नहीं हो सकता और इसके साथ ही वह लगातार जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
वहीं 1 नवंबर रविवार को मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान थम जाएगा। जबकि 3 नवंबर को मतदान किया जाएगा। कोरोना (corona) के संक्रमण काल में मतदान के लिए अधिक मतदाता के बूथ पहुंचने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा भी प्रचारित सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वही पार्टिया अपने अपने स्तर पर भी अधिक से अधिक मतदाता को मतदान केंद्र लाने में लगी हुई है।
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इसको लेकर ग्वालियर-चंबल संभाग के उपचुनाव के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा का कहना है कि पार्टी ने सभी मतदान केंद्रों पर कार्यकर्ताओं को तैयार रखा है। कार्यकर्ता मतदाता से संपर्क कर अधिक से अधिक संख्या में उन्हें बुध तक आने के लिए प्रेरित करेंगे। जबकि भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि अभियान शुरू होने से पहले मतदाताओं को प्रेरित किया जा रहा है। वहीं बूथ कमेटियों के माध्यम से अधिक से अधिक मतदाता को मतदान केंद्र लाने के लिए मनाया जा रहा है। इसके साथ ही डिजिटल माध्यमों से भी प्रचार किया जा रहा है।
बता दें कि मतदान केंद्रों तक मतदाता कुल आने के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक सहित इंटरनेट मीडिया माध्यम से भी मतदाताओं को प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही साथ उम्मीदवार अपने स्तर पर भी संपर्क अभियान चला रहे हैं। जिससे अधिक से अधिक मतदाता को मतदान केंद्र पहुंचाया जा सके लेकिन कोरोना के संक्रमण काल में मतदाताओं को बूथ तक लाना एक कड़ी चुनौती है। अब ऐसे में 3 नवंबर के मतदान के बीच ही सारी स्थिति स्पष्ट होगी।